क्या आज छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन में आखिरी सत्र का आयोजन हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- छत्तीसगढ़ विधानसभा का 25 साल का सफर समाप्त हुआ।
- डॉ. रमन सिंह का कार्यकाल सबसे लंबा रहा है।
- नए विधानसभा भवन में 14 दिसंबर को प्रवेश होगा।
- नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की कार्रवाई जारी है।
- यह विदाई सत्र भावनाओं से भरा हुआ था।
रायपुर, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन में आखिरी सत्र का आयोजन हुआ। 25 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के बाद, यह भवन अब रिटायर हो रहा है। इस विशेष अवसर के लिए छत्तीसगढ़ विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया था। इस विधानसभा में मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लंबे कार्यकाल वाले डॉ. रमन सिंह, जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष हैं, ने कहा कि 14 दिसंबर को हम नए विधानसभा भवन में कदम रखेंगे।
डॉ. रमन सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस विधानसभा की 25 साल की यात्रा में कई यादें शामिल हैं। यहां पर कई कानून बनाए गए, छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बड़ी योजनाएं बनाई गईं, कई बिल पास हुए और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
उन्होंने बताया कि आज हम 5000 करोड़ के बजट से एक लाख साठ हजार करोड़ के बजट तक पहुंच गए हैं। विकास की संभावनाओं को छूते हुए, छत्तीसगढ़ तेजी से एक विकसित राज्य की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह सभी के लिए एक भावनात्मक पल है। मैंने इस विधानसभा में 22 वर्ष बिताए हैं। 15 वर्ष मुख्यमंत्री रहा और आज स्पीकर हूं। आज का सत्र विदाई सत्र है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सभी सदस्य अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं। हर किसी की इच्छा है कि वे अपनी बात कहें। यह एक अद्भुत सत्र है, जिसे विदाई सत्र कहा जा रहा है। सभी विधायक इसमें भाग ले रहे हैं। ये यादें हमारे साथ जीवनभर रहेंगी।
इसके अलावा, नक्सली हिडमा के मारे जाने पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने हिडमा को आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर मार गिराया है। उसके साथ उसकी पत्नी मड़ी और 6 अन्य नक्सलियों को भी समाप्त किया गया है। यह गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए अभियान का हिस्सा है, जिसमें मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का लक्ष्य है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है।