क्या चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन का महाप्रबंधक ने किया निरीक्षण और अधिकारियों को फटकारा?
सारांश
Key Takeaways
- महाप्रबंधक ने निरीक्षण के दौरान सफाई की कमी पर अधिकारियों को फटकारा।
- यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर कई सुधार की योजना बनाई गई है।
- चित्तौड़गढ़ ऐतिहासिक और पर्यटन का केंद्र है, जिससे रेलवे को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
- आने-जाने के रास्तों को अलग करने का प्रस्ताव है।
- भविष्य में स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
चित्तौड़गढ़, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने बुधवार को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन का विस्तार से निरीक्षण किया।
महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, प्रतीक्षालय, फुटओवर ब्रिज समेत यात्रियों से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में सफाई और व्यवस्थाओं की स्थिति की गहन समीक्षा की। कई स्थानों पर अव्यवस्था और सफाई की कमी पाए जाने पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए तुरंत सुधार के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि कमियों को शीघ्रता से दूर किया जाए और भविष्य में इस तरह की समस्याएं न हों, इसके लिए विशेष ध्यान दिया जाए। स्टेशन परिसर की स्वच्छता रेलवे की जिम्मेदारी है, और यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में विवेक कुमार गुप्ता ने बताया कि चित्तौड़गढ़ ऐतिहासिक और पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक और यात्री आते हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशन के सौंदर्यकरण का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आने और जाने के मार्गों को अलग किया जाएगा और इन मार्गों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। साथ ही नई बिल्डिंग और पार्किंग भी बनाई जाएगी। पटरी पर पशुओं के आने से रोकने के लिए ट्रैक के दोनों तरफ फैंसिंग का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने पशुओं को रेलवे पटरी के पास न छोड़ें।
उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा और चित्तौड़गढ़ से नई ट्रेनों के संचालन के प्रस्ताव भी विचाराधीन हैं, जिससे क्षेत्र में बेहतर रेल कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो सकेगी।
इसके बाद महाप्रबंधक ने रतलाम मंडल के अंतर्गत चित्तौड़गढ़–नीमच–रतलाम रेलखंड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रैक, सिग्नल प्रणाली, रेलवे फाटक और अन्य तकनीकी व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की गई जिससे रेल परिचालन को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके।