क्या चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वीडियो को फर्जी बताया? 'बिहार के लोगों को गुमराह करने की कोशिश'

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वीडियो को फर्जी बताया।
- बिहार में मतदाता सूची को पारदर्शिता के साथ तैयार किया जा रहा है।
- कांग्रेस का वीडियो बिहार के लोगों को गुमराह करने का प्रयास है।
नई दिल्ली, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस ने एक वीडियो साझा कर चुनाव आयोग पर आक्रमण किया है। इसके जवाब में, भारत निर्वाचन आयोग ने इस वीडियो की जांच की और इसे फर्जी बताया।
चुनाव आयोग ने कहा कि यह वीडियो एआई द्वारा निर्मित है और इसका कोई वास्तविकता से संबंध नहीं है। यह बिहार के निवासियों को गुमराह करने का एक स्पष्ट प्रयास है। यह वीडियो पूरी तरह से झूठा है।
ईसीआई ने स्पष्ट किया कि बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदाता सूची को कानून के अनुसार और पूर्ण पारदर्शिता के साथ बनाया जा रहा है। वोटर लिस्ट तैयार करने में 90,000 से अधिक बीएलओ और 1.6 लाख से अधिक बीएलए का योगदान शामिल है, जिसमें सभी 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की भागीदारी है।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा कि 17 अगस्त से हमारे साथ जुड़ें, वोट चोरों को गद्दी से हटाना है। बिहार में वोटर अधिकार यात्रा चल रही है। साथ ही, कांग्रेस ने एक वीडियो साझा किया जिसमें यह कहा गया है कि हम जिंदा हैं, फिर भी उन्होंने हमें मार दिया, हमारा वोट चोरी कर लिया, हमारा अधिकार छीना।
इस वीडियो में आगे कहा गया है कि हमारा वोट चोरी हो गया है, उन्होंने हमारे अधिकार को छीन लिया है। मेरा एक कमरे का घर है, और उन्होंने मेरे घर पर 80 फर्जी वोटर रजिस्टर कर दिए, उन्होंने हमारा अधिकार चुरा लिया।
वीडियो में यह भी कहा गया है कि वोट चोरों को सबक सिखाना है, हमारे साथ 'वोटर अधिकार यात्रा' में शामिल हों, वोट चोरों को गद्दी से हटाएं, और वोट चोरों को गद्दी छोड़ने पर मजबूर करें।