क्या चुनाव आयोग के सामने विपक्ष के उठाए सवालों का जवाब मिलना चाहिए? : वारिस पठान

सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष के सवालों का जवाब देना आवश्यक है।
- बिहार में वोटर अधिकार यात्रा को जनसमर्थन मिला।
- चुनाव आयोग को पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए।
- मराठों को आरक्षण मिलना चाहिए।
- पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।
मुंबई, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर यह दावा किया कि अब एटम बम नहीं, हाइड्रोजन बम आ रहा है। यह नारा जो पूरे बिहार में गूंजा है, अब देश में गूंजने वाला है। राहुल गांधी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कहा कि इस विषय पर उनसे ही सवाल पूछे जाने चाहिए, क्योंकि मैं उनका प्रवक्ता नहीं हूं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि विपक्ष ने चुनाव आयोग के सामने डेटा के साथ जो सवाल उठाए, उन्हें पूरी दुनिया ने देखा और उनका जवाब मिलना चाहिए।
उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी द्वारा उठाए गए सवालों का उल्लेख किया और बताया कि इन सवालों के जवाब नहीं मिले।
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा कराए गए एसआईआर को लेकर उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि वोटर लिस्ट से 65 लाख वोटरों को हटाया गया, इसकी प्रक्रिया क्या थी?
उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में 22 लाख वोटरों को मृत घोषित पाया गया। अचानक इतनी संख्या में लोग कैसे मृत हो गए?
पठान ने बताया कि वोटर अधिकार यात्रा को बिहार में जनसमर्थन मिला है। मुझे विश्वास है कि इस यात्रा के जरिए आगामी विधानसभा चुनाव में जनता सत्ता पक्ष को जवाब देगी।
पीएम मोदी के चीन दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के दौरान पूरा देश केंद्र सरकार के साथ था। आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए, क्योंकि वह आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी नीति होनी चाहिए जिससे देश का भला हो।
चीन में पीएम मोदी के स्वागत पर उन्होंने कहा कि सवाल यह नहीं है कि स्वागत के दौरान कालीन छोटा था या बड़ा; सवाल का जवाब अब तक नहीं मिला है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन की भूमिका पाकिस्तान के प्रति क्या थी, जनता जानना चाहती है।
मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जब वह विधानसभा के सदस्य थे, तब भी उन्होंने उनकी मांग का समर्थन किया। यह बिल्कुल होना चाहिए, मराठों को आरक्षण मिलना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को भी शिक्षा के क्षेत्र में पांच प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए।
वारिस पठान ने कहा कि हमारी पार्टी मनोज जरांगे के समर्थन में है। अब सरकार को सोचना चाहिए कि किस प्रकार मराठों को आरक्षण दिया जाए। हम तो कल भी साथ थे, आज भी साथ हैं।