क्या चूरू में क्रैश हुए जगुआर फाइटर जेट का ब्लैक बॉक्स बरामद हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- जगुआर फाइटर जेट का ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया।
- यह विमान चूरू जिले में क्रैश हुआ था।
- दोनों पायलट इस हादसे में शहीद हो गए।
- यह इस साल का तीसरा जगुआर विमान हादसा है।
- वायुसेना ने सर्च ऑपरेशन में सफलता प्राप्त की।
चूरू, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के चूरू जिले में 9 जुलाई (बुधवार) को दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायुसेना के जगुआर फाइटर जेट का ब्लैक बॉक्स अंततः बरामद कर लिया गया है। इस हादसे के बाद चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
यह जगुआर फाइटर जेट चूरू जिले के भानुदा और सिकराली रोही गांवों के बीच क्रैश हुआ था। वायुसेना ने हादसे के बाद से ही सर्च ऑपरेशन चालू किया था, जिसमें दिल्ली, गुजरात और सूरतगढ़ एयरबेस की टीमें शामिल थीं। तुरंत बाद, स्थानीय प्रशासन और वायुसेना की संयुक्त टीमें मौके पर पहुंचीं और कोम्बिंग सर्च ऑपरेशन आरंभ किया गया। टीम ने जेट के चारों ओर बारीकी से सर्च ऑपरेशन चलाया और ब्लैक बॉक्स तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की।
ज्ञात हो कि राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ तहसील में बुधवार दोपहर करीब 1:25 बजे भारतीय वायुसेना का एक जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया था। इस हादसे में दोनों पायलट शहीद हो गए थे। जानकारी के अनुसार, यह विमान सूरतगढ़ बेस से उड़ान भरने के बाद भनोदा गांव के पास एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
यह इस साल का तीसरा जगुआर विमान हादसा है। इससे पहले, 2 अप्रैल को भी गुजरात के जामनगर के पास भारतीय वायुसेना का जगुआर प्लेन क्रैश हो गया था। वहीं, अंबाला के पास 7 मार्च को भी वायुसेना का डीप पेनिट्रेशन स्ट्राइक एयरक्राफ्ट जगुआर हादसे का शिकार हो गया था।
वायुसेना के बेड़े में लगभग 121 जगुआर विमान हैं, जिन्हें 2031 तक क्रमबद्ध तरीके से हटाने की योजना है और उनकी जगह एचएएल तेजस एमके1ए जैसे आधुनिक विमानों को शामिल किया जाएगा। हादसे का कारण जानने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं।