क्या सीआईएसएफ ने नवनिर्मित कर्तव्य भवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली?

सारांश
Key Takeaways
- कर्तव्य भवन का उद्घाटन 6 अगस्त को हुआ।
- सीआईएसएफ ने इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ली है।
- यह भवन सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है।
- यह प्रशासनिक दक्षता और नवाचार को बढ़ावा देगा।
- प्रधानमंत्री मोदी ने श्रमयोगियों की सराहना की।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर निर्मित 'कर्तव्य भवन' का उद्घाटन किया। अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने इस नए कर्तव्य भवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी ग्रहण कर ली है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन एक अर्धसैनिक बल है। सीआईएसएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि इस नवनिर्मित कर्तव्य भवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब उनके पास है।
कर्तव्य भवन-3, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया, भारत की आधुनिक और कुशल शासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
उन्होंने कहा कि यह अत्याधुनिक भवन सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है, जिसे प्रमुख मंत्रालयों को एक छत के नीचे लाकर प्रशासनिक दक्षता, नवाचार और अंतर-मंत्रालयी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सीआईएसएफ को इस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। सीआईएसएफ राष्ट्र की सुरक्षा का कवच बनकर महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'कर्तव्य भवन' से जुड़ी कुछ तस्वीरें एक्स पर साझा करते हुए लिखा, "कर्तव्य पथ पर 'कर्तव्य भवन' जन-जन की सेवा के प्रति हमारे अटूट संकल्प और निरंतर प्रयासों का प्रतीक है। यह न केवल हमारी नीतियों और योजनाओं को लोगों तक तेजी से पहुंचाने में सहायता करेगा, बल्कि देश के विकास को भी नई गति देगा।"
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में 'कर्तव्य भवन' के निर्माण में लगे श्रमयोगियों की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, "'कर्तव्य भवन' विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसे बनाने वाले श्रमयोगियों की मेहनत और संकल्प-शक्ति का आज देश साक्षी बना है।"