क्या सीएम धामी ने खादी ग्रामोद्योग भवन से की खरीदारी और स्वदेशी अभियान को दिया बढ़ावा?

सारांश
Key Takeaways
- खादी का महत्व केवल वस्त्र तक सीमित नहीं है, यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
- स्वदेशी उत्पादों की खरीद से स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
- 'वोकल फॉर लोकल' एक जनआंदोलन का रूप ले चुका है।
- मुख्यमंत्री की अपील से त्योहारों पर स्वदेशी उत्पादों की खरीद बढ़ेगी।
- आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो रहा है।
देहरादून, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान देशवासियों से स्वदेशी अपनाने और अधिक से अधिक स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी करने का आग्रह किया था। इसी कड़ी में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देहरादून के चकराता रोड स्थित खादी ग्रामोद्योग भवन से सामान खरीदा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खादी केवल एक वस्त्र या उत्पाद नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की पहचान और महात्मा गांधी के स्वदेशी विचारों का प्रतीक है। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर चलाया गया 'स्वदेशी अभियान' और 'वोकल फॉर लोकल' आज देशभर में एक जनआंदोलन का रूप ले चुका है।
उन्होंने कहा कि खादी और स्वदेशी वस्तुओं की खरीद से न केवल स्थानीय कारीगरों, बुनकरों और लघु उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे त्योहारों के अवसर पर विशेष रूप से स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं और अधिक से अधिक खादी एवं स्थानीय वस्तुओं की खरीदारी करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो रहा है। 'वोकल फॉर लोकल' केवल एक नारा नहीं है, बल्कि यह आर्थिक और सांस्कृतिक आत्मनिर्भरता की दिशा में निर्णायक कदम है।
उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि आने वाले समय में उत्तराखंड खादी और अन्य स्वदेशी उत्पादों का बड़ा केंद्र बनेगा और यह प्रदेश की पहचान को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और व्यापारी उपस्थित रहे।
इसके अलावा, सीएम धामी ने दशहरा महोत्सव में भी शिरकत की। इस संबंध में उन्होंने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "परेड ग्राउण्ड, देहरादून में आयोजित भव्य दशहरा महोत्सव में सम्मिलित हुआ। इस अवसर पर विशाल संख्या में उपस्थित देवतुल्य जनता को संबोधित कर विजयादशमी के पावन पर्व की शुभकामनाएं दी।"
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, "विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक है। यह पर्व हमें मर्यादा, साहस और परोपकार की प्रेरणा देता है। आइए, हम सभी इस अवसर पर यह संकल्प लें कि सदैव धर्म के मार्ग पर चलते हुए समाज और राष्ट्र की प्रगति में योगदान देंगे।"