क्या सीएम हेमंत सोरेन ने व्यापारी समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की?

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क्या सीएम हेमंत सोरेन ने व्यापारी समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की?

सारांश

क्या झारखंड के मुख्यमंत्री ने व्यापारी समुदाय की गरिमा को ठेस पहुंचाई? आदित्य साहू की माफी की मांग और आंदोलन की चेतावनी ने राजनीतिक माहौल में हलचल खड़ी कर दी है। व्यापारियों के प्रति सरकार के रवैये पर सवाल उठाए गए हैं। जानें इस मामले में क्या है पूरा सच।

Key Takeaways

  • व्यापारी वर्ग समाज की रीढ़ हैं।
  • सीएम सोरेन की टिप्पणी पर विवाद बढ़ा है।
  • भाजपा ने माफी की मांग की है।
  • आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
  • झारखंड में व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

घाटशिला, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की व्यापारी समुदाय पर की गई एक टिप्पणी ने राज्य में राजनीतिक हलचल को जन्म दे दिया है। भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने सोमवार को पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री सोरेन का यह बयान व्यापारियों के प्रति अपमानजनक है। भाजपा इस बयान के लिए उनसे तत्काल माफी की मांग करती है।

साहू ने कहा कि मुसाबनी में हुई एक सभा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “व्यापारी पहले पैर पकड़ते हैं और बाद में गर्दन पकड़ते हैं।” भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने इसे न केवल अमर्यादित बताया, बल्कि मेहनती और ईमानदार व्यापारी समाज का अपमान भी करार दिया।

भाजपा सांसद ने कहा कि झारखंड का व्यापारी वर्ग समाज की रीढ़ है, जिसने कोरोना महामारी जैसी कठिन परिस्थितियों में भी लोगों की सेवा की। उन्होंने व्यापारियों की सेवाओं को उजागर करते हुए कहा कि जब सरकार निष्क्रिय थी, तब ये व्यापारी गरीबों तक राशन, दवा और आवश्यक वस्तुएं पहुंचा रहे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का यह बयान सत्ता के अहंकार को दर्शाता है और उनके संवेदनहीन रवैये का उदाहरण है।

आदित्य साहू ने चेतावनी दी कि यदि मुख्यमंत्री ने व्यापारी समाज से माफी नहीं मांगी, तो भाजपा और व्यापारी वर्ग सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान झारखंड सरकार में बालू, कोयला, लोहा एवं जमीन की खुलेआम लूट चल रही है। 500 रुपए का बालू 5000 में बिक रहा है। यह सब माफिया के संरक्षण में हो रहा है और उन्हें सरकार का मौन समर्थन प्राप्त है।

साहू ने दावा किया कि झारखंड में व्यापारी असुरक्षित हैं और रंगदारी, धमकी एवं वसूली के मामलों में तेजी आई है। उन्होंने कहा, “यह सब प्रदेश सरकार की शह पर हो रहा है। प्रशासन यदि सजग होता, तो व्यापारी वर्ग भयमुक्त होकर व्यवसाय कर पाता।” उन्होंने कहा कि भाजपा जनता और व्यापारी वर्ग के साथ खड़ी है तथा झारखंड में 'माफियातंत्र की सरकार' के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि किसी भी राजनीतिक बयान का व्यापारी समुदाय पर प्रभाव पड़ता है। बाजार की स्थिरता और व्यापारियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि व्यापारियों को सम्मान और समर्थन मिले, ताकि वे समाज के विकास में योगदान दे सकें।
NationPress
04/11/2025

Frequently Asked Questions

आदित्य साहू ने मुख्यमंत्री से क्या मांग की?
आदित्य साहू ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से व्यापारी समुदाय के प्रति अपमानजनक टिप्पणी के लिए माफी की मांग की है।
क्या भाजपा और व्यापारी वर्ग आंदोलन करेंगे?
हां, आदित्य साहू ने चेतावनी दी है कि यदि मुख्यमंत्री ने माफी नहीं मांगी, तो भाजपा और व्यापारी वर्ग सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
मुख्यमंत्री का बयान किस संदर्भ में था?
मुख्यमंत्री का बयान मुसाबनी में आयोजित एक सभा के दौरान दिया गया था, जिसमें उन्होंने व्यापारियों के व्यवहार पर टिप्पणी की थी।
झारखंड में व्यापारियों की स्थिति कैसी है?
आदित्य साहू के अनुसार, झारखंड में व्यापारी असुरक्षित हैं और उन्हें रंगदारी एवं धमकी का सामना करना पड़ रहा है।
क्या झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार है?
साहू ने आरोप लगाया है कि झारखंड सरकार में बालू, कोयला, लोहा और जमीन की लूट चल रही है, जो माफिया के संरक्षण में हो रही है।