क्या सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर तंज कसा? भीड़ न आने का सता रहा डर

सारांश
Key Takeaways
- सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- एमसीडी के कर्मचारियों को रैली में भीड़ जुटाने के लिए धमकाया गया।
- मोहन भागवत के बयान को उन्होंने फिजूल बताया।
- भाजपा की रैलियों में भीड़ जुटाने में परेशानी का सामना कर रही है।
नई दिल्ली, १२ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए एमसीडी के सफाई कर्मचारियों को डराया-धमकाया गया और उन्हें बसों में भरकर लाया गया। इसके साथ ही मोहन भागवत के बयान को उन्होंने बेकार बताया।
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के प्रति जनता की नाराजगी इतनी बढ़ गई है कि वे किसी धरने में भीड़ नहीं जुटा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल की पीएम मोदी की रैली में भीड़ इकट्ठा करने के लिए एमसीडी के सफाई कर्मचारियों को धमकाया गया और कहा गया कि डीसी सुबह ६ बजे उनकी अटेंडेंस लेगा। इसके चलते उन्हें बसों में भरकर लाया गया।
भारद्वाज ने बताया कि मंगोलपुरी में संजय गांधी ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन सीएम रेखा गुप्ता करने वाली हैं, जो पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में बनाया गया था। पीएम के जन्मदिन पर यह अस्पताल दिल्लीवासियों को समर्पित किया जाएगा। ऐसे में भाजपा को भीड़ न आने का डर सता रहा है, जिसके कारण भाजपा के विधायक खुलेआम गुंडागर्दी पर उतर आए हैं।
उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि भाजपा के विधायक लोगों को धमकी दे रहे हैं कि यदि मंगोलपुरी में अस्पताल का उद्घाटन नहीं हुआ तो वे मार्केट को उजाड़ देंगे। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि लोगों को किसी बाबा की कसम भी दी जा रही है।
भारद्वाज ने इस स्थिति को अत्यंत निंदनीय बताते हुए कहा कि भाजपा को ऐसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और दिल्ली कमीशन फॉर चाइल्ड राइट्स को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
वहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा टैरिफ को लेकर दिए गए बयान पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर ऐसा है तो अमेरिका से सभी संधियां तोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम को इस पर बयान देना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह स्पष्ट करना चाहिए कि भारत अमेरिका से सभी संबंध समाप्त कर रहा है। भारद्वाज ने कहा कि मोहन भागवत की अनावश्यक बयानबाजी का कोई अर्थ नहीं है।