क्या 'मतदाता अधिकार यात्रा' के दौरान छूटे बिहार के 16 जिलों में जाएंगे तेजस्वी यादव?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने 16 जिलों में यात्रा की घोषणा की है।
- बिहार में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
- भ्रष्टाचार और हत्याओं का मुद्दा प्रमुख है।
पटना, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पटना और खगड़िया में हुई दो हत्याओं के बाद बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में अपनी नई यात्रा की घोषणा की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, "अब हम मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान छूटे हुए 16 जिलों तक जाएंगे। यह यात्रा हमें उन इलाकों में लेकर जाएगी।" उन्होंने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, "बिहार की सड़कें खून से लाल हो गई हैं। हर जगह हत्याएं हो रही हैं। खगड़िया में तो गुरुवार रात हमारे विधायक के ड्राइवर की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे पहले पटना में भी एक राजद नेता की हत्या हुई थी। सरकार बेखबर है जबकि अपराध सुनियोजित तरीके से बढ़ रहे हैं। इन घटनाओं की योजना उपमुख्यमंत्री के आवास से बनाई जा रही है। अपराधी अब सम्राट और विजय बन गए हैं।"
राजद नेता ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाते हुए दावा किया कि यह व्यवस्था के हर स्तर तक फैल चुका है। उन्होंने कहा, "इंजीनियरों के घरों से करोड़ों रुपये बरामद हो रहे हैं। पुलिस थानों और प्रखंड कार्यालयों से लेकर ऊंची नौकरशाही तक, भ्रष्टाचार व्याप्त है।"
तेजस्वी ने राघोपुर में हुई एक हत्या को चुनावी राजनीति से जोड़ने वाले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के विवादास्पद बयान पर निशाना साधते हुए कहा, "एक व्यक्ति की हत्या हुई है और न्याय की बात करने के बजाय, उपमुख्यमंत्री यह पूछ रहे हैं कि इससे राजनीतिक लाभ किसे होगा। यह सत्ता में बैठे लोगों की गंदी और शर्मनाक सोच को दर्शाता है। ऐसे लोग उपमुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं हैं।"
कांग्रेस द्वारा अपलोड किए गए एआई-जनरेटेड वीडियो पर तेजस्वी ने भाजपा की आलोचना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "मैंने वीडियो नहीं देखा है, लेकिन स्पष्ट रूप से वे लोगों का ध्यान अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे वास्तविक मुद्दों से भटका रहे हैं। भाजपा ने किसी और से ज़्यादा महिलाओं का अपमान किया है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा के निर्धारित बिहार दौरों पर प्रतिक्रिया देते हुए, तेजस्वी ने कहा कि उनका आना पूरी तरह से चुनावी था। उन्होंने कहा, "अब चुनाव आ गए हैं, तो वे आएंगे ही। लेकिन चुनाव खत्म होते ही वे बिहार को फिर से भूल जाएंगे।"