क्या वोटर लिस्ट के ड्राफ्ट के जारी होने के बाद सीएम स्टालिन डीएमके जिला सचिवों को संबोधित करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डीएमके जिला सचिवों को संबोधित करेंगे।
- रिवीजन लिस्ट के खिलाफ डीएमके का विरोध महत्वपूर्ण है।
- 97.37 लाख नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।
- बैठक में चुनावी रणनीतियों पर चर्चा होगी।
- आपत्तियां दर्ज कराने का समय अभी बकाया है।
चेन्नई, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन रविवार की शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डीएमके जिला सचिवों को संबोधित करने वाले हैं।
यह बैठक शाम 6 बजे निर्धारित की गई है। इसमें जिला सचिव, सांसद, विधायक और जोनल पर्यवेक्षक शामिल होंगे। डीएमके के महासचिव दुरई मुरुगन ने सभी आमंत्रित नेताओं से बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थिति सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 की तैयारी हेतु सरकार ने राज्य में एसआईआर लागू किया है। इसके तहत मतदान केंद्र स्तर के कर्मचारियों ने नवंबर की शुरुआत से घर-घर जाकर मतदाता आवेदन और संशोधन फॉर्म वितरित किए। पहले लोगों को भरे हुए फॉर्म जमा करने के लिए 4 दिसंबर तक का समय दिया गया था, लेकिन अधिक भागीदारी और सही जांच सुनिश्चित करने के लिए यह तारीख दो बार बढ़ाई गई- पहले 11 दिसंबर और फिर 14 दिसंबर तक।
अधिकारियों के अनुसार, रिवीजन अभियान के दौरान वोटर लिस्ट से 97.37 लाख नाम हटाए गए, जिनमें मृत व्यक्तियों, दूसरी जगह चले गए निवासियों और अयोग्य माने गए लोगों के नाम शामिल हैं।
आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य पारदर्शिता सुनिश्चित करना, डुप्लीकेशन को खत्म करना और एक बड़े चुनावी वर्ष से पहले वोटर लिस्ट की अखंडता को मजबूत करना है। हालांकि, डीएमके पार्टी ने जारी की गई रिवीजन लिस्ट का विरोध किया है। पार्टी का मानना है कि इससे वैध वोटरों को नुकसान पहुंचा है और कुछ खास इलाकों और समुदायों पर गलत असर पड़ सकता है, जिससे लोकतांत्रिक भागीदारी प्रभावित होगी।
सीएम स्टालिन द्वारा बुलाई गई मीटिंग में डीएमके द्वारा नई रणनीति बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है, जिसमें औपचारिक आपत्तियां दर्ज करने, निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर हटाए गए नामों की समीक्षा करने और चुनाव आयोग के साथ बातचीत की तैयारी शामिल है।
रिवीजन अभियान में लगभग एक करोड़ नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं और अभी चुनाव आयोग की ओर से आपत्तियां दर्ज कराने का समय बाकी है, जिसके बाद फाइनल चुनावी लिस्ट जारी की जाएगी।