क्या सीएम योगी ने बहराइच में नाव हादसे से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की?
सारांश
Key Takeaways
- सीएम योगी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
- हर परिवार को चार लाख रुपए की राहत राशि दी गई।
- भरथापुर के परिवारों का विस्थापन एक माह में किया जाएगा।
- सभी प्रभावित परिवारों को आवास और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
- सरकार ने हवाई सर्वे कर स्थिति का आकलन किया।
लखनऊ, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बहराइच में नाव दुर्घटना में अपनों को खोने वाले पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। साथ ही, उन्होंने प्रत्येक पीड़ित परिवार को चार-चार लाख रुपए की राहत राशि के चेक भी प्रदान किए। सीएम ने कहा कि इस दुखद समय में सरकार और जनप्रतिनिधि उनके साथ हैं। इससे पहले उन्होंने हवाई सर्वे कर हालात का गहराई से मूल्यांकन किया।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भरथापुर के पीड़ित परिवारों का विस्थापन एक माह के भीतर किया जाए। इसके लिए 21 करोड़ 55 लाख रुपए की राशि भी स्वीकृत कर दी गई है। इस दौरान उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों को धनराशि, जमीन, और आवास की सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
सीएम ने कहा कि भरथापुर के विस्थापित परिवारों के लिए गांव के नाम पर एक कॉलोनी विकसित की जाएगी। इसके साथ ही, बहराइच के अन्य गांवों के लोगों को भी विस्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और इसके लिए आवश्यक बजट को शासन के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा ताकि उन्हें सुरक्षित स्थान पर जल्दी से जल्दी स्थानांतरित किया जा सके।
सीएम योगी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार उनके साथ है। हमारी सरकार और जनप्रतिनिधि हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी गांववासियों को एक माह के भीतर कॉलोनी में विस्थापित किया जाएगा, जहां सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनके दुख में सरकार संवेदना और सहयोग के साथ खड़ी है। इससे पहले उन्होंने क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और वहां मौजूद अधिकारियों से घटना की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पीड़ित परिवारों और गांववासियों के लिए कॉलोनी बनाकर एक माह में व्यवस्थित पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सभी आवश्यक सुविधाएं, जैसे बिजली, पानी, सड़क, और आवास, सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया को एक महीने के भीतर पूरा किया जाए, ताकि प्रभावित परिवारों का पुनर्वास कार्य शीघ्र हो सके। इसके अलावा, बहराइच में जो लोग घने जंगलों में रहने के लिए मजबूर हैं, उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करने की व्यवस्था की जाए।