क्या सीएम योगी ने खिचड़ी मेला और गोरखपुर महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की?
सारांश
Key Takeaways
- खिचड़ी मेला 11 से 13 जनवरी को होगा।
- मुख्यमंत्री ने तैयारियों की समीक्षा की।
- सुरक्षा और सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- गोरखपुर महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा।
- शीतलहर में अलाव जलाने की व्यवस्था की जाएगी।
गोरखपुर, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की रात गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में होने वाले विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेले, गोरखपुर महोत्सव की तैयारियों और जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की।
खिचड़ी मेले की तैयारियों को लगभग पूरा जानकर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नववर्ष के पहले दिन आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ प्रशासन के लिए खिचड़ी मेले के प्रबंधों का *रिहर्सल* होगा। इस दिन के प्रबंधों से खिचड़ी मेले की तैयारियों को भौतिक रूप से परखने का भी अवसर मिलेगा।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने खिचड़ी मेले के प्रबंध को लेकर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से तैयारी की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पूर्व में तय की गई समय सीमा 20 दिसंबर के पहले सभी तैयारियां संतोषजनक थीं। उन्होंने निर्देश दिया कि खिचड़ी मेले से पहले नववर्ष के पहले दिन एक जनवरी को भी मंदिर में गुरु गोरखनाथ जी के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ेगी। यह मेले की तैयारियों का *रिहर्सल* का अच्छा मौका होगा। खिचड़ी मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आते हैं, ऐसे में उनकी सुरक्षा और सहूलियत में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए।
11 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले गोरखपुर महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महोत्सव में स्थानीय कलाकारों और प्रतिभाओं को भरपूर मौका दिया जाना चाहिए। पारंपरिक वाद्य, गायन और नृत्य कलाओं को महोत्सव के जरिए प्रोत्साहित करने की कोशिश की जानी चाहिए। महोत्सव के लिए जो भी कार्य शेष रह गए हैं, उन्हें जल्द पूरा कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने गोरखपुर महोत्सव में हर सेक्टर के विकास, योजनाओं और उपलब्धियों पर गोष्ठी आयोजित करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने नववर्ष के पहले दिन रामगढ़ताल क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए लोगों की सुविधा के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर और नववर्ष के पहले दिन इस क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाए ताकि कोई अराजकता न फैले। उन्होंने इस अवसर पर रामगढ़ताल क्षेत्र में पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था करने और इसका समय पर प्रचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कहीं भी सड़क पर वाहन खड़े न हों।
जनपद में चल रहे विकास कार्यों की स्थिति की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि सड़क निर्माण की सभी परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सुगम यातायात व्यवस्था प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने विरासत गलियारा की भी समीक्षा की और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिन दुकानों पर विरासत गलियारे का प्रभाव पड़ा है, उनके स्वामियों को नगर निगम और जीडीए द्वारा दुकान उपलब्ध कराने की पहल की जाए। प्रभावित दुकानदारों का व्यवस्थित पुनर्वास किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने शीतलहर के दौरान आम जनता की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में अलाव जलाने के भी निर्देश दिए। बैठक में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह सहित प्रशासन, पुलिस और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।