क्या सीएम योगी ने ट्रेड शो आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की? यूपीआईटीएस प्रदेश की ब्रांडिंग का बेहतरीन अवसर है

सारांश
Key Takeaways
- यूपीआईटीएस का तीसरा संस्करण 25 से 29 सितंबर को आयोजित होगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे।
- रूस पार्टनर कंट्री है।
- 2500 से अधिक प्रदर्शक पंजीकृत हुए हैं।
- ज्ञान सत्र में विविध विषय शामिल होंगे।
लखनऊ, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। 'उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी' (यूपीआईटीएस) का तीसरा संस्करण आगामी 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट में आयोजित किया जाएगा। इस भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस संस्करण में रूस पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल होगा।
सोमवार को तैयारियों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पहले दो संस्करण सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। 2023 में शुरूआत ने प्रदेश के निर्यात को नई दिशा दी है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के कला, भोजन और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का एक उत्तम अवसर बताया। यह आयोजन आईटी/आईटीईएस, एमएसएमई, स्टार्टअप, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों के उद्यमियों को वैश्विक मंच पर लाएगा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इस वर्ष ट्रेड शो में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान, पीएम स्वनिधि और पीएम इंटर्नशिप कार्यक्रम पर केंद्रित विशेष प्रदर्शनी लगाई जाए। अन्य सभी प्रमुख विभागों को भी अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन करना चाहिए ताकि यह आयोजन प्रदेश की ब्रांडिंग का शक्तिशाली माध्यम बन सके।
उन्होंने बायर-सेलर मीट की व्यवस्था के लिए सीएम फेलो की तैनाती करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, पद्म पुरस्कारों से सम्मानित उत्तर प्रदेश के उद्यमियों को आमंत्रित किया जाए। अपर मुख्य सचिव, एमएसएमई ने बताया कि इस बार 2500 से अधिक प्रदर्शक पंजीकृत हुए हैं, जबकि 500 से अधिक विदेशी खरीदार भी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का ट्रेड शो खादी पर आधारित फैशन शो के लिए भी चर्चित होगा। उन्होंने कहा कि इस पांच दिवसीय ट्रेड शो के दौरान हर दिन एक विशेष थीम पर ज्ञान सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, इलेक्ट्रॉनिक्स, ई-कॉमर्स, एफपीओ, बीमा, नीली क्रांति और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके लिए एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, आईआईटी कानपुर और उद्योग जगत की प्रमुख संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों को भी विशेष सत्रों में आमंत्रित करने का निर्देश दिया। इस आयोजन में विभिन्न राज्यों और देशों से आए प्रतिभागियों की भागीदारी इस कार्यक्रम की महत्ता को बढ़ाएगी। सभी विभागों को इसमें सक्रिय भूमिका निभानी होगी।