क्या कांग्रेस एक अजीब दुविधा का शिकार है? : प्रवीण खंडेलवाल

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस एक अजीब दुविधा का शिकार है।
- पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति हो रही है।
- संघ ने 100 वर्ष सफलतापूर्वक पूरे किए हैं।
- जेन-जी ने देश में प्रगति में योगदान दिया है।
- नए जीएसटी स्लैब से व्यापार में वृद्धि होने की संभावना है।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर सवाल उठाने के बाद भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक अजीब दुविधा का शिकार है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत प्रगति कर रहा है और यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। हमारी तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को इसकी कोई चिंता नहीं है।
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि जैसे-जैसे कांग्रेस डूब रही है, उसके नेता बिना तर्क या समझ के बयान दे रहे हैं, जो केवल राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखने की कोशिश है।
'सामना' में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में पूछे गए सवालों पर बोलते हुए खंडेलवाल ने कहा कि संघ ने 100 वर्ष सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। हमें गर्व है कि हम स्वयंसेवक हैं। संघ ने देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए अतुलनीय कार्य किया है। संघ को किसी के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। जितना कार्य संघ कर रहा है, उतना कोई अन्य संगठन नहीं कर रहा।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के जेन-जी बयान पर खंडेलवाल ने कहा कि वे जिस जेन-जी की बात करती हैं, वह उकसाऊ और भड़काऊ बयान देने तक सीमित है। जेन-जी ने देश की प्रगति में बड़ा योगदान दिया है। वे आविष्कार कर रहे हैं और अंतरिक्ष में जा रहे हैं। लेकिन राहुल गांधी और महबूबा मुफ्ती को जेन-जी का वह चेहरा नहीं दिखता, जो देश की प्रगति में योगदान दे रहा है। वे चाहते हैं कि देश में अशांति फैले।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत तरक्की कर रहा है और यहां किसी को भी अशांति फैलाने का अधिकार नहीं है।
नए जीएसटी स्लैब के प्रभाव पर खंडेलवाल ने कहा कि इस बार अनुमान है कि नवरात्रि और दीपावली के त्योहारों तक 4 लाख 75 हजार करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके दो मुख्य कारण हैं। पहला, पीएम मोदी द्वारा जीएसटी में किए गए सुधार, जिससे लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है। दूसरा, स्वदेशी अभियान को बढ़ावा मिला है। जब हम देश में बने उत्पाद खरीदते हैं, तो यह भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करता है।