क्या कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी है? ‘भगवा आतंकवाद’ का शब्द भी गढ़ा: जगन्नाथ सरकार

सारांश
Key Takeaways
- जगन्नाथ सरकार ने कांग्रेस पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया।
- ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का निर्माण राजनीतिक लाभ के लिए किया गया।
- कांग्रेस की स्थिति आने वाले दिनों में खराब हो सकती है।
नई दिल्ली, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता जगन्नाथ सरकार ने शुक्रवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने इसे हिंदू विरोधी बताया और कहा कि यह पार्टी सदैव से ही हिंदुओं के खिलाफ कार्यरत रही है, जिसे अब स्वीकार करना असंभव है। कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ के लिए ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे शब्द का निर्माण करने में भी संकोच नहीं किया।
जगन्नाथ सरकार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस को यह समझना होगा कि हिंदू कभी भी आतंकवादी नहीं हो सकता, लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए उसने 'भगवा आतंकवाद' जैसे शब्द गढ़े हैं। कांग्रेस का देश के हितों से कोई सरोकार नहीं है। यह एक परिवारवादी पार्टी है, जो केवल अपने परिवार के बारे में सोचती है। इस पार्टी ने सत्ता में रहने के दौरान देश की जनता का सिर्फ अपने राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग किया है।
भाजपा सांसद ने कहा कि आज कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो चुकी है कि वह देश की प्रगति को सहन नहीं कर सकती है। आज दुनिया के हर देश ने यह स्वीकार कर लिया है कि भारत विकास के मार्ग पर अग्रसर है। भारत हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। आज पूरी दुनिया भारत की ताकत को मान रही है। विश्व बैंक ने भी यह स्वीकार किया है कि भारत विश्व की महाशक्ति बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिसे कांग्रेस सहन नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कांग्रेस के राजनीतिक अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि आने वाले दिनों में इस पार्टी की स्थिति इतनी खराब हो जाएगी कि लोग उसे दूरबीन से भी नहीं देख पाएंगे।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल उठाने वाले लोगों को भी कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को अपने देश के नेताओं पर भरोसा रखना चाहिए। लेकिन, दुर्भाग्य से कुछ लोग अपने देश के नेताओं पर कम और दूसरे देशों के नेताओं पर ज्यादा भरोसा रखते हैं। ऐसा करके लोग अपनी विश्वसनीयता को खुद ही सवालों के घेरे में ला रहे हैं। अब ये लोग अपनी सीमाओं को पार करते हुए अपने देश पर सवाल उठा रहे हैं और पाकिस्तान और चीन जैसे देशों के समर्थन में बोल रहे हैं।