क्या जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस मोहम्मद अजहरुद्दीन को देगी टिकट?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस सक्रिय रूप से उपचुनाव की तैयारी कर रही है।
- मोहम्मद अजहरुद्दीन की दावेदारी को पार्टी गंभीरता से ले रही है।
- यह सीट पहले बीआरएस के विधायक के निधन के कारण खाली हुई है।
- अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान द्वारा लिया जाएगा।
- राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया पर जानकारी दी।
हैदराबाद, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के जुबली हिल्स सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस में तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बीच, राज्य के मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने संकेत दिए हैं कि इस सीट से पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन को पार्टी का टिकट मिल सकता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजहरुद्दीन की मौजूदगी में, पोन्नम प्रभाकर (पार्टी की हैदराबाद इकाई के प्रभारी) ने कहा कि पार्टी इस बार किसी बाहरी उम्मीदवार को टिकट नहीं देगी, बल्कि स्थानीय नेता को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान द्वारा लिया जाएगा, लेकिन जिसको भी टिकट मिलेगा, उसके लिए कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करेंगे।
यह सीट 8 जून को मौजूदा विधायक और बीआरएस नेता मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण खाली हुई है। गोपीनाथ ने 2023 के चुनाव में अजहरुद्दीन को 16,000 से अधिक वोटों से हराया था। वह इस सीट से लगातार तीन बार जीत चुके थे।
19 जून को अजहरुद्दीन ने खुद को जुबली हिल्स से उम्मीदवार घोषित कर दिया था। उन्होंने इसे अपनी घरेलू विधानसभा सीट बताया और कहा कि वे फिर से यहां से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, पार्टी की ओर से अब तक किसी उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने अजहरुद्दीन के बयान के अगले दिन कहा कि उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि पहले इच्छुक नेता आवेदन देते हैं, फिर उन नामों को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति और कार्यसमिति में भेजा जाता है, जहां अंतिम फैसला होता है।
हाल ही में, अजहरुद्दीन को तेलंगाना कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति में शामिल किया गया है। उनके बेटे मोहम्मद असदुद्दीन को भी कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया है।
अजहरुद्दीन 2009 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से लोकसभा सांसद बने थे। 2014 में उन्हें राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर से टिकट मिला, लेकिन वह हार गए। 2018 में उन्हें तेलंगाना कांग्रेस का वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया गया था। 2023 में उन्हें जुबली हिल्स से टिकट मिला था, लेकिन वह चुनाव हार गए।
अब, उपचुनाव को देखते हुए कांग्रेस एक बार फिर उनके नाम पर विचार कर रही है, और पोन्नम प्रभाकर के बयान से यह स्पष्ट है कि अजहरुद्दीन की दावेदारी मजबूत है।