क्या कांग्रेस मानसून सत्र में सरकार को घेरेगी?

Click to start listening
क्या कांग्रेस मानसून सत्र में सरकार को घेरेगी?

सारांश

कांग्रेस अपने आगामी मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को चुनौती देने के लिए तैयार है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले, चुनावी धांधलियों और ट्रंप के विवादास्पद दावों पर सरकार से जवाब मांगे जाएंगे। क्या यह सत्र कांग्रेस के लिए गेम चेंजर साबित होगा?

Key Takeaways

  • कांग्रेस मानसून सत्र के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने की योजना बना रही है।
  • सुरक्षा मामलों में सरकार की लापरवाही को उजागर करने का प्रयास करेगी।
  • महिलाओं और अनुसूचित जातियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों का मुद्दा भी उठाया जाएगा।
  • इंडिया ब्लॉक की बैठक में सामूहिक रणनीति पर चर्चा होगी।

नई दिल्ली, १५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस आगामी मानसून सत्र के दौरान पहलगाम में २६ लोगों की हत्या और अभी तक लापता आतंकवादियों के ठिकानों, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता के बार-बार किए गए दावों और बिहार में चुनावी धांधलियों जैसे मुद्दों पर सरकार से सवाल-जवाब करेगी।

कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को सीपीपी की रणनीतिक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए।

बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए, राज्यसभा में उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि पार्टी ने आगामी सत्र के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले को लगभग तीन महीने बीत चुके हैं। लेकिन, आतंकवादियों का कोई सुराग नहीं है, वे कहां गायब हो गए?

उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में लापरवाही और ढिलाई बरतने के अलावा, सरकार दोषियों को पकड़ने और उन्हें सजा देने में भी विफल रही है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बार-बार किए जा रहे, उन दावों का भी ज़िक्र किया, जिनमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में मध्यस्थता की थी, जब संघर्ष में भारत की स्थिति प्रमुख थी। उन्होंने कहा कि ट्रंप के दावों पर भारत सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस सरकार से जवाब मांगेगी। पार्टी महाराष्ट्र, हरियाणा और अब बिहार जैसे राज्यों में चुनावी धांधली का गंभीर मुद्दा उठाएगी। मौजूदा हालात में चुनाव प्रक्रिया संदेह के घेरे में आ गई है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश भर में, खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में महिलाओं और अनुसूचित जातियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों का मुद्दा भी उठाएगी। जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और बिहार में आगामी चुनाव से पहले चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाया जाएगा।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि मानसून सत्र से पहले इंडिया ब्लॉक के साझेदारों की एक बैठक आयोजित की जाएगी ताकि रणनीतियों का समन्वय किया जा सके और संसद के दोनों सदनों में सामूहिक रूप से मुद्दे उठाए जा सकें।

Point of View

जो कि वर्तमान सरकार की नीतियों और कार्यों पर सवाल उठाने का प्रयास है। यह समय है जब विधानसभा और लोकसभा में महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया जाए, ताकि आम जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी जा सके।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस किस मुद्दे पर सरकार से सवाल करेगी?
कांग्रेस पहलगाम में 26 लोगों की हत्या, लापता आतंकवादियों, डोनाल्ड ट्रंप के दावों और चुनावी धांधलियों पर सवाल उठाएगी।
कौन-कौन से नेता कांग्रेस की बैठक में शामिल हुए?
बैठक में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शामिल हुए।
कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य क्या है?
कांग्रेस का उद्देश्य सरकार की नीतियों और कार्यों पर सवाल उठाना है।