क्या कांग्रेस के नेता पाकिस्तान को 'घर जैसा' मानते हैं? गौरव वल्लभ का बयान

सारांश
Key Takeaways
- सैम पित्रोदा का विवादास्पद बयान
- गौरव वल्लभ की तीखी प्रतिक्रिया
- पाकिस्तान को शत्रु देश मानने की सोच
- युवाओं की राजनीति में रुचि
- विकसित भारत 2047 की दिशा में कदम
नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा के एक बयान ने राजनीतिक वाद-विवाद को जन्म दिया है। पित्रोदा ने एक साक्षात्कार में कहा कि उनकी पाकिस्तान यात्रा के दौरान उन्हें वहां “घर जैसा” अनुभव हुआ और ऐसा नहीं लगा कि वे किसी विदेशी भूमि पर हैं। इस बयान पर ruling पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी आलोचना की है।
भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने पित्रोदा के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कांग्रेस की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “पिछले 30-35 वर्षों से कांग्रेस की दिशा लोगों जैसे सैम पित्रोदा ने तय की है। आज वही पित्रोदा कहते हैं कि पाकिस्तान उन्हें ‘घर जैसा’ लगता है, लेकिन भारत का कोई भी नागरिक पाकिस्तान को घर जैसा नहीं मानता। पाकिस्तान एक शत्रु देश है, जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है और भारत में आतंकी हमले करवाता है।”
गौरव वल्लभ ने पहलगाम जैसे हमलों का उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने निर्दोष भारतीयों को धर्म पूछकर मारा, जबकि भारत के वीर जवानों ने ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों में आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान हमें कभी ‘घर जैसा’ नहीं लग सकता। यह सोच कांग्रेस की हो सकती है, लेकिन देश के युवाओं, राष्ट्रभक्तों और आम जनता की नहीं।”
गौरव वल्लभ ने आज की पीढ़ी का जिक्र करते हुए कहा कि युवा वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति से तंग आ चुके हैं। वे मेहनत और योग्यता के आधार पर आगे बढ़ना चाहते हैं, न कि किसी सरनेम के बल पर।
उन्होंने राहुल गांधी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी बातों पर भरोसा करना मुश्किल है। वे संसद में ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय जवानों की वीरता की बजाय यह सवाल उठाते हैं कि हमारे कितने विमान गिरे। यह सोच देशभक्त युवाओं द्वारा कभी स्वीकार नहीं की जा सकती।”
उन्होंने पूछा, “क्या यह कांग्रेस की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति थी कि देश के दुश्मनों से संपर्क बनाए जाएं और उन्हें धन्यवाद दिया जाए?”
गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पर देश की राजनीति में अराजकता और भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी चाहे जितना प्रयास करें, भारत का लोकतंत्र और बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा दिया गया संविधान इतना मजबूत है कि उसे कोई हिला नहीं सकता।”
उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प की सराहना करते हुए इसे देश की प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।