क्या कांग्रेस ने आखिरी गलती की? जवाब बिहार की जनता देगी: शाहनवाज हुसैन

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की तुलना 'बीड़ी' से बिहार के लोगों के लिए अपमानजनक है।
- शाहनवाज हुसैन ने इसे आखिरी गलती करार दिया।
- भाजपा और एनडीए ने बिहार में एकजुटता दिखाई है।
- कांग्रेस पर ईवीएम को बदनाम करने का आरोप है।
- ममता बनर्जी की अभद्र भाषा की निंदा की गई।
नई दिल्ली, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस की केरल इकाई द्वारा बिहार की बीड़ी से तुलना करने पर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने इसे कांग्रेस की आखिरी गलती बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस गलती का जवाब बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में देगी।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार के लोगों के दिलों पर चोट पहुंचाई है। कांग्रेस ने बीड़ी जलाई है, लेकिन बिहार के लोगों का जिगर जल रहा है।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस बिहार के लोगों की तुलना बीड़ी से कर रही है, जबकि कभी रेवंत रेड्डी और एमके स्टालिन के माध्यम से गालियाँ दिलवाती है, तो कभी वोटर अधिकार यात्रा के मंच से पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करती है।"
भाजपा नेता ने दावा किया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की पूरी सेना गाली-गलौच पर उतर आई है और बिहार की जनता इन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में एनडीए पूरी तरह एकजुट है और सभी सहयोगी दल मिलकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र में सहयोगी मंत्री एक साथ काम कर रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से एनडीए बिहार में जीत हासिल करेगा।
शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह नाटक कर रही है और ईवीएम को बदनाम करने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट तक जाती है, लेकिन अपनी कमियों को नजरअंदाज कर हर बार ईवीएम में खामियां ढूंढती है, जबकि खामियां उसे अपने अंदर ढूंढनी चाहिए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भाजपा नेता ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विधानसभा में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया वह स्वीकृत नहीं है। उन्होंने कहा कि ममता लोकतंत्र की आवाज दबा रही हैं और राहुल गांधी के नक्शेकदम पर चल रही हैं।
हुसैन ने ममता के अभद्र शब्दों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और उन्हें तानाशाह करार दिया, साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के निलंबन को इसका उदाहरण बताया।