क्या कांग्रेस को हिंदुओं की गरिमा पर प्रहार के लिए माफी मांगनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पर हिंदुओं को निशाना बनाने का आरोप।
- मालेगांव विस्फोट मामले में कोर्ट का निर्णय महत्वपूर्ण।
- राज पुरोहित ने आरएसएस के योगदान की सराहना की।
- साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित के साथ किए गए दुर्व्यवहार की चर्चा।
- राहुल गांधी के ट्रंप के बयान का समर्थन करने पर नाराजगी।
मुंबई, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता राज पुरोहित ने मालेगांव विस्फोट मामले से संबंधित कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस पार्टी ने हमेशा से हिंदुओं को निशाना बनाने की कोशिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मालेगांव विस्फोट मामले के बहाने हिंदुओं को आतंकवादी ठहराने का प्रयास किया।
राज पुरोहित ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की पूर्व सरकार ने भगवा आतंकवाद की धारणा को स्थापित करने का प्रयास किया, जबकि सच्चाई यह है कि ऐसा कोई आतंकवाद नहीं होता। इसके अलावा, कांग्रेस ने आरएसएस को बदनाम करने की भी कोशिश की। क्या किसी देश में भगवा आतंकवादी पकड़े गए हैं? इतिहास गवाह है कि भारत ने किसी पर हमला नहीं किया, लेकिन पिछले 17 वर्षों में हिंदुओं को बदनाम करने का प्रयास किया गया है। अब अदालत ने सही फैसला सुनाया है। मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस को अपने कृत्यों के लिए माफी मांगनी चाहिए और स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने हिंदुओं की गरिमा पर प्रहार किया।
इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि उस समय के एटीएस अधिकारी ने कहा था कि कांग्रेस सरकार ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता, तो पूरा देश जल जाता। आज आरएसएस देश की रक्षा कर रहा है और हिंदू समुदाय को जागरूक कर रहा है। इस बार आरएसएस के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह संगठन समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रहा है। राम मंदिर का निर्माण कैसे हुआ? इसका श्रेय आरएसएस को मिलना चाहिए। यह संगठन देश की आत्मा को जागृत करने का कार्य कर रहा है।
राज पुरोहित ने साध्वी प्रज्ञा के साथ किए गए दुर्व्यवहार का भी उल्लेख किया और कहा कि उन्हें जेल में प्रताड़ित किया गया। यह सब कुछ तत्कालीन कांग्रेस सरकार के आदेश पर हुआ। लेकिन 17 साल बाद हमें न्याय मिला है।
उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को मृत बताने के मामले में राहुल गांधी का समर्थन करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार प्रगति कर रहा है, लेकिन राहुल गांधी इस स्थिति में भी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या मालेगांव ब्लास्ट मामले के फैसले को अदालत में चुनौती दी जाएगी, तो उन्होंने कहा कि क्यों दी जाएगी चुनौती? हिंदुओं के दो ही देश हैं: एक भारत और दूसरा नेपाल। अगर हमारे देश में हम सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो हम कहां जाएंगे?
राज पुरोहित ने यह भी कहा कि राहुल गांधी पहले चीन और पाकिस्तान का समर्थन करते थे, लेकिन अब वे ट्रंप के बयान का समर्थन कर रहे हैं। यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी अपनी प्रासंगिकता खो चुके हैं और उन्हें अब गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।