क्या भाजपा का कांग्रेस पर हमला सही है? रोहन गुप्ता बोले- सत्र शुरू होते ही राहुल गांधी विदेश चले जाते हैं

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क्या भाजपा का कांग्रेस पर हमला सही है? रोहन गुप्ता बोले- सत्र शुरू होते ही राहुल गांधी विदेश चले जाते हैं

सारांश

भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब भी संसद में महत्वपूर्ण बहस होती है, राहुल हमेशा विदेश चले जाते हैं। क्या यह विपक्ष की गंभीरता को दर्शाता है? जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाए गए हैं।
  • विपक्ष को संसद का समय बर्बाद करने से बचना चाहिए।
  • कांग्रेस को अपनी आंतरिक समस्याओं का समाधान करना चाहिए।

अहमदाबाद, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के नेता रोहन गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में विपक्ष, खासकर राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने राहुल गांधी के विदेश यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आगामी हफ्ते जब लोकसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा होगा, तब राहुल गांधी जर्मनी जा रहे हैं। रोहन गुप्ता ने कहा कि यह एक नियमित प्रक्रिया है, जब भी संसद में कोई महत्वपूर्ण बहस या बड़ा मुद्दा होता है, राहुल गांधी देश छोड़कर चले जाते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष हमेशा यह दावा करता है कि उन्हें बोलने का अवसर नहीं मिलता, लेकिन जब सत्र चल रहा होता है और उन्हें मौका मिलता है, तब वे खुद विदेश चले जाते हैं। इससे उनकी गंभीरता का पता चलता है।

रोहन गुप्ता ने बताया कि विपक्ष संसद का समय बर्बाद करता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को यह समझना चाहिए कि संसद का सत्र उनकी व्यक्तिगत समस्याओं से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। जब मुद्दे उठाने का समय आता है, तब विदेश चले जाना क्या दर्शाता है? जनता यह सब देख रही है।

उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास केवल छह विधायक हैं, लेकिन इतने समय बाद भी वे अपना नेता नहीं चुन पाए। रोहन गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस का आलाकमान निर्णय लेने में सक्षम नहीं है। हरियाणा चुनाव का उदाहरण लेते हुए उन्होंने कहा कि वहां भी कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष चुनने में महीनों लगा देती है। जब आप अपने ही घर का निर्णय नहीं ले सकते, तो जनता की समस्याओं पर क्या काम करेंगे?

उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा अपनी गलतियों के लिए दूसरों को दोषी ठहराती है। दरबारी नेता अपनी जिम्मेदारियों से भाग जाते हैं और जनता का गुस्सा किसी और पर डाल देते हैं, लेकिन जनता सब देख रही है और जवाब भी देगी।

रोहन गुप्ता ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने अमित शाह को डिबेट की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि संसद में बहस पूरे देश ने देखी। एक तरफ तथ्यों, नियमों और संविधान का हवाला था और दूसरी तरफ केवल आरोप लगाए गए। रोहन गुप्ता ने कहा कि अमित शाह ने राहुल गांधी से सीधे सवाल पूछा, 'जिन गलतियों की बात की गई थी, उन्हें चुनाव आयोग ने सही किया, तो एसआईआर का विरोध क्यों?'

उन्होंने बताया कि राहुल गांधी खुद मानते हैं कि वोटर लिस्ट में गलतियां हैं, पते गलत हैं, कई नाम दो-दो जगह हैं और चुनाव आयोग का काम ही है इनको ठीक करना। जब वही आयोग ये गलतियां सुधार रहा है, तो उस पर सवाल क्यों?

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का 'वोट चोरी' वाला मुद्दा बुरी तरह विफल हो चुका है। बिहार चुनाव में भी उन्होंने इसे उठाया नहीं, लेकिन चुनाव हारने के बाद इस पर दोषारोपण कर दिया।

इस दौरान रोहन गुप्ता ने नवजोत कौर सिद्धू के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि पंजाब कांग्रेस में जो आरोप लगे हैं कि पैसे के बदले पद देने की बात होती थी, उस पर पार्टी कोई सफाई नहीं देती। बल्कि जो नेता सच बोलते हैं, उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि चाहे पंजाब हो या कोई और राज्य, जब भी कोई सच बताता है, उसे पार्टी निकाल देती है। सीनियर नेताओं ने पैसा मांगने के आरोप लगाए हैं। अगर ये गलत हैं, तो कांग्रेस जवाब क्यों नहीं देती? पंजाब जैसी मजबूत जगह पर भी उन्होंने सरकार खो दी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक संवाद में सभी पक्षों को गंभीरता से लेना चाहिए। राहुल गांधी की विदेश यात्रा और विपक्ष की संसद में उपस्थिती पर चर्चा आवश्यक है। यह मुद्दा केवल एक राजनीतिक विवाद नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए भी महत्वपूर्ण है।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

रोहन गुप्ता ने राहुल गांधी पर क्या आरोप लगाए हैं?
रोहन गुप्ता ने कहा कि राहुल गांधी हमेशा महत्वपूर्ण बहसों के दौरान विदेश चले जाते हैं, जिससे उनकी गंभीरता पर सवाल उठता है।
क्या राहुल गांधी की विदेश यात्रा राजनीतिक संवाद को प्रभावित करती है?
जी हां, राहुल गांधी की विदेश यात्रा संसद के महत्वपूर्ण समय में उनकी उपस्थिति को कम करती है और विपक्ष की जिम्मेदारी पर सवाल उठाती है।
क्या कांग्रेस अपने निर्णय लेने में असमर्थ है?
रोहन गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस अपने नेताओं का चयन करने में समय लगाती है, जो उनकी अंदरूनी कमजोरी को दर्शाता है।
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