क्या ओडिशा कांड पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार का बयान सही है?
सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा में 15 वर्षीय नाबालिग की मृत्यु।
- कांग्रेस सांसद ने ओडिशा सरकार की आलोचना की।
- बिहार में वोटर लिस्ट में अनियमितताएँ।
- मनोज कुमार का दावा कि एनडीए को मुंह की खानी पड़ेगी।
- दौरा के दौरान मनोज कुमार ने घटनाओं का जिक्र किया।
कैमूर, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पुरी जिले की एक 15 वर्षीय नाबालिग ने एम्स दिल्ली में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पीड़िता की मृत्यु पर बिहार के सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने गहरा दुख व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने ओडिशा सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "कुछ दिन पहले मैं भी ओडिशा गया था। हाल ही में ओडिशा में दो दलित भाइयों के साथ अमानवीय व्यवहार की घटना सामने आई थी, जिसमें उनके बाल मुंडवाए गए, उन्हें घुटनों पर चलाया गया और घास खाने के लिए मजबूर किया गया। अब इस नाबालिग लड़की के साथ हुई दरिंदगी ने भाजपा सरकार की नाकामी को उजागर किया है।" उन्होंने आगे कहा, "बच्ची के साथ जिस प्रकार से दरिंदगी की गई, वह अत्यंत दर्दनाक है। जहां भी एनडीए की सरकार है, वहां अपराध चरम पर है। ओडिशा हो या बिहार, बीजेपी की डबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।"
कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने बिहार में हुए एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "बिहार में 9 लाख नहीं बल्कि 65 लाख लोगों का नाम वोटर लिस्ट से काटा गया है। मैं पूछना चाहता हूं कि कितने रोहिंग्या, बांग्लादेशी, म्यांमार या नेपाल के लोग बिहार की वोटर लिस्ट में हैं? आयोग को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश की 140 करोड़ जनता को जवाब देना चाहिए, लेकिन उनके पास कोई लिस्ट नहीं है। चुनाव आयोग अब सरकार आयोग हो गया है।"
मनोज कुमार ने दावा किया कि बिहार में वोटर लिस्ट से सबसे ज्यादा इंडी गठबंधन के समर्थकों के नाम काटे गए हैं।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैं वादा करता हूं कि एनडीए को इस बार मुंह की खानी पड़ेगी। बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।"