क्या सीबीआई ने बीएसएफ के अधिकारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने बीएसएफ के अधिकारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
- आरोपी ने 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
- जांच अभी जारी है, और सीबीआई ने जाल बिछाया था।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
- यह मामला विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
नई दिल्ली, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सीबीआई ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वेतन एवं लेखा कार्यालय (पीएएओ) में कार्यरत लेखा परीक्षा अधिकारी (एएओ) को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने आरोपी को 40,000 रुपए की रिश्वत लेते समय पकड़ा।
सीबीआई ने शुक्रवार को इस मामले में प्रस्तावित मामला दर्ज किया था। आरोप है कि आरोपी एएओ ने शिकायतकर्ता के वेतन और एरियर बिल को पास करने के बदले कुल लंबित बिल राशि का 15 से 20 प्रतिशत यानी लगभग 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी।
बातचीत के बाद आरोपी एएओ और कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने 2 लाख रुपए की रिश्वत लेने पर सहमति जताई। इसके बाद सीबीआई ने शुक्रवार को जाल बिछाया और आरोपी एएओ को शिकायतकर्ता से 40,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल इस मामले में जांच जारी है।
बता दें कि घूसखोरी के मामले में सीबीआई ने पहले भी कई कार्रवाई की हैं। इससे पहले सीबीआई की जयपुर इकाई ने कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के नीमच में पदस्थ केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीआई) के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह और उसके एक सहयोगी जगदीश मेनारिया को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था।
यह गिरफ्तारी चित्तौड़गढ़ जिले के बड़ी सादड़ी निवासी मांगीलाल गुर्जर की शिकायत के आधार पर की गई। इसने पूरे विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शिकायत के अनुसार, नारकोटिक्स इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने 27 मार्च को मांगीलाल के घर छापा मारकर करीब 400 किलो डोडा चूरा जब्त किया था। इस कार्रवाई के बाद, इंस्पेक्टर ने परिवार को धमकाते हुए एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी और कहा कि अगर रकम नहीं दी गई तो पूरे परिवार को मामले में फंसा दिया जाएगा।