क्या दिल्ली में हुए विस्फोट ने अमेरिका को संवेदना व्यक्त करने के लिए मजबूर किया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोट हुआ।
- अमेरिका ने स्थिति पर नजर रखने की बात कही।
- घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में हो रहा है।
- प्रधानमंत्री ने घटना पर दुख जताया।
- सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है।
वाशिंगटन, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के विदेश विभाग ने दिल्ली के लाल किले के निकट हुए धमाके पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और आवश्यकता पड़ने पर सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "हमें दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट के बारे में जानकारी है। हम स्थिति का बारीकी से पालन कर रहे हैं और राजदूत सहायता देने के लिए तैयार हैं।"
विदेश विभाग के दक्षिण और मध्य एशिया मामलों से जुड़े ब्यूरो ने एक्स पर लिखा कि यह घटना बेहद दुखद है। हमारी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है। हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और हालात पर सतत नज़र रख रहे हैं।
सोमवार शाम को लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी गाड़ियों में तेज धमाका हुआ, जिसमें लगभग 10 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हो गए। धमाके के कारण आसपास खड़ी कई अन्य गाड़ियों में भी आग लग गई। घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज जारी है।
पुरानी दिल्ली का यह क्षेत्र अत्यधिक भीड़भाड़ वाला है। धमाके के बाद, पुलिस, एनआईए, एनएसजी और फोरेंसिक टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुँच गईं। पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि धमाके के कारणों का पता लगाया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ स्थिति की समीक्षा भी की। गृह मंत्री ने एलएनजेपी अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और सुरक्षा एजेंसियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
धमाके के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और मुंबई में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिहार में आज दूसरे चरण का मतदान भी है। भीड़भाड़ वाले स्थानों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और गश्त तेज कर दी गई है।