क्या नवजोत सिंह के परिजनों ने बीएमडब्ल्यू चला रही महिला की मंशा पर सवाल उठाए हैं?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए गए।
- नवजोत सिंह की पत्नी का इलाज जारी है।
- घटनास्थल के पास कई अस्पताल थे, फिर भी दूर ले जाया गया।
नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के धौला कुआं क्षेत्र में रविवार को हुए एक सड़क हादसे में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह की जान चली गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं। नवजोत सिंह के परिवार का रोना-रोना बुरा हाल है। मृतक की मां गुरपाल कौर ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें बहुत परेशान किया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार पूरी तरह से उजड़ गया है।
नवजोत के पिता, बहन और पारिवारिक मित्र केवल बीएमडब्ल्यू चला रही महिला की मंशा पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, बल्कि पुलिस की कार्रवाई पर भी गंभीर आरोप लगा रहे हैं। नवजोत के पारिवारिक मित्र ऋषभ ने कहा कि पुलिस ने कोई कॉरपोरेशन नहीं किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि नवजोत के इतना बड़ा पद होने के बावजूद जब उनकी यह हालत हुई तो आम लोगों का क्या होता होगा।
नवजोत की पत्नी संदीप कौर ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि आरोपी घायल स्थिति में उनके बेटे और बहू को एक वैन जैसी गाड़ी में लेकर जा रहे थे। वह बार-बार नजदीकी अस्पताल ले जाने के लिए कहती रहीं, लेकिन आरोपी उन्हें दूर जीटीबी नगर के एक छोटे अस्पताल में ले गए।
नवजोत के पिता बलवंत सिंह ने इस पर सवाल उठाया कि टक्कर के बाद महिला जानबूझकर इतने दूर उनके बेटे और बहू को ले गई। यह एक सोची-समझी साजिश थी, क्योंकि वह ऐसे अस्पताल में गईं जहां कोई सुविधा नहीं थी, जबकि घटनास्थल के आसपास कई बड़े अस्पताल थे।
बीएमडब्ल्यू कार से धौला कुआं में हुए एक्सीडेंट के समय एक व्यक्ति गुलफाम वहां से इको से गुजर रहा था। उसने तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और उन्हें अपने इको में बिठाया, लेकिन बीएमडब्ल्यू चला रही महिला ने नजदीकी अस्पताल में ले जाने के बजाय 19 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचाया। गुलफाम ने कहा कि उसे पहले लगा कि वह महिला घायलों के परिवार से है। जब अस्पताल पहुंचे तो उसे घटना के बारे में पता चला। आरोपी महिला जानबूझकर घायलों को इतनी दूर ले गई थी।
गौरतलब है कि नवजोत सिंह अपनी पत्नी के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारा से दर्शन करके घर लौट रहे थे। रास्ते में धौला कुआं के पिलर नंबर 57 से राजा गार्डन की ओर जाते समय एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू कार ने उनकी कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि नवजोत की कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के तुरंत बाद राहगीरों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया। घटनास्थल के पास ही कई अस्पताल थे, लेकिन नवजोत सिंह और उनकी पत्नी को करीब 17 किलोमीटर दूर जीटीबी नगर स्थित न्यू लाइफ अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने नवजोत को मृत घोषित कर दिया। उनकी पत्नी की स्थिति अभी भी गंभीर है और आईसीयू में इलाज जारी है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            