क्या दिल्ली में मानसून की बारिश से जलभराव की समस्या बढ़ गई है? : सौरभ भारद्वाज

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क्या दिल्ली में मानसून की बारिश से जलभराव की समस्या बढ़ गई है? : सौरभ भारद्वाज

सारांश

दिल्ली में मानसून की बारिश ने जलभराव की गंभीर समस्या उत्पन्न कर दी है। आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए हैं। क्या सरकार इस समस्या का समाधान करेगी?

Key Takeaways

  • दिल्ली में जलभराव की समस्या बढ़ी है।
  • सरकार के दावों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
  • सौरभ भारद्वाज ने सरकार की नाकामियों पर सवाल उठाए हैं।
  • अधिकारी जिम्मेदार नहीं ठहराए जा रहे हैं।
  • जलभराव से जनता को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

नई दिल्ली, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में मानसून की बारिश के कारण कई स्थानों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हुई है। आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने इस जलभराव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर सरकार के कामकाज पर प्रश्न उठाए।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नालों की डिसिल्टिंग के नाम पर एलजी, सीएम, और मंत्रियों ने केवल फोटो सेशन किया है। जलभराव को रोकने का उनका दावा मात्र एक जुमला है। प्रवेश वर्मा ने तो कहा था कि उन्होंने 400 सस्पेंशन लेटर तैयार किए हैं। अब जब दिल्ली जलमग्न हो गई है तो उन्होंने कितने अधिकारियों को निलंबित किया है? पिछले कुछ महीनों से हम देख रहे थे कि डिसिल्टिंग के नाम पर केवल फोटो सेशन हो रहे थे। एलजी, मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारियों का पूरा दल जाता था। फोटो सेशन कर कहा जाता था कि अब दिल्ली में पानी नहीं भरेगा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा था कि मैंने करीब 400 सस्पेंशन लेटर तैयार कर रखे हैं। जहां वाटर लॉगिंग होगी, वहां के जिम्मेदार सीनियर पीडब्ल्यूडी अधिकारी या अन्य अफसर को तुरंत सस्पेंड किया जाएगा। डिसिल्टिंग के नाम पर करोड़ों रुपए के ठेके दिए जाते थे। मैंने तब, बतौर मंत्री शिकायत की थी कि यह डिसिल्टिंग कागजों पर हुई है। इसकी थर्ड पार्टी ऑडिट कराई जाए। लेकिन, ऑडिट नहीं हुई। आज डिसिल्टिंग के नाम पर जो करोड़ों रुपए बर्बाद किए गए, क्या सरकार इसकी जांच कराएगी? क्या इसके लिए जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड किया जाएगा?

सौरभ भारद्वाज ने पटेल नगर में जलभराव में फंसी एंबुलेंस के वीडियो को साझा करते हुए कहा कि गड्ढों में फंसी एंबुलेंस को दिल्ली के लोग निकाल रहे हैं। बारिश के कारण जलभराव हुआ और जगह-जगह सड़क धंस गई। एलजी, मुख्यमंत्री, और मंत्री ने खूब फोटो सेशन किए। कहा गया कि हम नाले साफ करेंगे, हमें सब मालूम है, रोज बड़े-बड़े दावे किए गए, मगर नतीजा सबके सामने है। यह तब है, जब दिल्ली में चार इंजन की भाजपा सरकार है।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम जनता की आवाज सुनें। जलभराव की समस्या को हल करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। लोगों की समस्याओं को सुनना और उन्हें हल करना एक जिम्मेदार सरकार की पहचान है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में जलभराव के कारण क्या हैं?
दिल्ली में जलभराव का मुख्य कारण नालों की अवरुद्धता और अपर्याप्त डिसिल्टिंग प्रक्रियाएँ हैं।
सरकार ने जलभराव की समस्या के लिए क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने कई बार जलभराव को रोकने के लिए डिसिल्टिंग का दावा किया है, लेकिन असल में कार्यवाही कम हुई है।
क्या जलभराव के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया गया है?
अब तक जलभराव के लिए किसी भी अधिकारी को सस्पेंड नहीं किया गया है, जबकि कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात की गई थी।
दिल्ली में जलभराव से नागरिकों को क्या समस्याएँ हो रही हैं?
जलभराव के कारण नागरिकों को यातायात में बाधा, स्वास्थ्य समस्याएँ और आपातकालीन सेवाओं में देरी का सामना करना पड़ रहा है।
जलभराव की समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है?
जलभराव की समस्या को हल करने के लिए नालों की नियमित सफाई, डिसिल्टिंग और जल निकासी प्रणालियों का सुधार आवश्यक है।