क्या दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका दिल दहला देने वाला है? : आदित्य ठाकरे
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में हुए विस्फोट ने 10 लोगों की जान ले ली।
- 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
- सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है।
- नेताओं ने घटना पर दुःख व्यक्त किया है।
- घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की गई है।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट सोमवार की शाम को हुए विस्फोट में 10 लोगों की जान चली गई। इसके साथ ही 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश, मुंबई और नागपुर में आरएसएस मुख्यालय जैसी महत्वपूर्ण जगहों पर सुरक्षा को और सख्त किया गया है। इस घटना पर शिवसेना (यूबीटी) के आदित्य ठाकरे, कांग्रेस नेता टीका राम जूली और अशोक गहलोत ने दुःख व्यक्त किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ विस्फोट वाकई दिल दहला देने वाला है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं, साथ ही इस भयानक विस्फोट में जान गंवाने वालों के लिए भी प्रार्थना करता हूं।
कांग्रेस नेता टीका राम जूली ने लिखा कि दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके में हुई जनहानि की खबर अत्यंत दुखद एवं चिंताजनक है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत पुण्य आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान मिले, शोकाकुल परिजनों को यह असहनीय दु:ख सहन करने की शक्ति और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने लिखा कि दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके में कई लोगों की मृत्यु की सूचना अत्यंत पीड़ादायक एवं चिंताजनक है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को इस घटना की गहराई से जांच करनी चाहिए। शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि दिल्ली में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जिसमें दस लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इतना बड़ा विस्फोट देश में कैसे हुआ, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। इसके लिए एक न्यायिक जांच की आवश्यकता है और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।