क्या दिल्ली में फिल्म '120 बहादुर' टैक्स फ्री हो गई है? फरहान अख्तर ने सीएम रेखा गुप्ता का धन्यवाद किया
सारांश
Key Takeaways
- फिल्म '120 बहादुर' को दिल्ली में टैक्स फ्री किया गया है।
- फरहान अख्तर ने सीएम रेखा गुप्ता का आभार व्यक्त किया है।
- यह फिल्म 1962 के भारत-चीन युद्ध पर आधारित है।
- फिल्म में सैनिकों की बहादुरी को दर्शाया गया है।
- युवाओं के लिए यह फिल्म प्रेरणादायक है।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता फरहान अख्तर की फिल्म ’120 बहादुर’ 21 नवंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी। अब एक हफ्ते बाद इस फिल्म को दिल्ली में टैक्स फ्री कर दिया गया है।
फरहान अख्तर इस फिल्म को मिले रिस्पांस से बेहद खुश हैं और उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के इस निर्णय पर आभार व्यक्त किया है।
फरहान ने इंस्टाग्राम पर '120 बहादुर' के टैक्स फ्री होने की जानकारी साझा करते हुए लिखा, "दिल्ली में अब '120 बहादुर' टैक्स फ्री हो गई है। मैं माननीय मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं। उनके इस समर्थन से साहस की यह कहानी और भी दूर तक पहुंच जाएगी।"
इसका मतलब है कि यदि आप शुक्रवार को फिल्म देखने के लिए टिकट खरीदेंगे तो आपको टिकट के लिए कम पैसे देने होंगे। यह निर्णय उस समय लिया गया है, जब आज शुक्रवार को पर्दे पर 'गुस्ताख इश्क' और 'तेरे इश्क में' रिलीज हो रही हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार रात इस फिल्म को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, "ऐतिहासिक युद्ध फिल्म 120 बहादुर, 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान रेजांग ला की लड़ाई में साहस से लड़ने वाली 13 कुमाऊं रेजिमेंट की चार्ली कंपनी के 120 सैनिकों के असाधारण साहस, नेतृत्व और बलिदान को श्रद्धांजलि देती है।"
उन्होंने आगे लिखा, "यह फिल्म मेजर शैतान सिंह भाटी के प्रेरक नेतृत्व पर प्रकाश डालती है, जिनके कार्य और बलिदान भारत के सैन्य इतिहास में साहस का एक विशिष्ट प्रतीक हैं। वीर सैनिकों के सम्मान में दिल्ली सरकार ने 28 नवंबर से इस फिल्म को कर-मुक्त करने का निर्णय लिया है। फिल्म के निर्माताओं को बधाई।"
इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी फिल्म की सराहना की थी। उन्होंने मीडिया से कहा था कि यह फिल्म देश की सीमाओं पर तैनात सैनिकों की बहादुरी को दर्शाती है, जो हर हालात में देश की रक्षा करते हैं। यह एक सच्ची कहानी है, जिसे पर्दे पर बहुत अच्छे तरीके से दिखाया गया है। यह फिल्म हर किसी को देखनी चाहिए। हमारे देश के युवाओं को पता होना चाहिए कि युद्ध में एक सैनिक और पूरा देश कैसे मिलकर मुश्किल परिस्थितियों का सामना करते हैं।