क्या दिल्ली के पश्चिमी जिले में साइक्लोथॉन का आयोजन फिटनेस के लिए प्रेरक साबित होगा?

सारांश
Key Takeaways
- फिट इंडिया मूवमेंट का हिस्सा होने के नाते यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
- हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के लिए एक घंटा निकालना चाहिए।
- साइकिलिंग पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।
- युवाओं को खेलों से जोड़ना आवश्यक है।
- नेशनल स्पोर्ट्स डे पर ऐसे आयोजनों का महत्व बढ़ता है।
नई दिल्ली, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल स्पोर्ट्स डे के अवसर पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में रविवार की सुबह दिल्ली के पश्चिमी जिले में डीएम ऑफिस द्वारा एक साइक्लोथॉन (साइकिल रैली) का आयोजन किया गया।
इस रैली में स्कूली और कॉलेज के छात्रों की एक बड़ी संख्या ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस मौके पर डीएम वंदना राव ने कहा कि यह आयोजन फिट इंडिया मूवमेंट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं और छात्रों को फिट रहने के लिए प्रोत्साहित करना है। स्वस्थ युवा ही देश को प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाएंगे और दूसरों को भी फिट रहने का संदेश देंगे।
डीएम ने कहा, "फिट इंडिया कैंपेन के तहत हमने संडे साइक्लोथॉन का आयोजन किया है। इसके अंतर्गत हम स्कूल और कॉलेज के छात्रों को प्रोत्साहित करेंगे कि वे हर संडे को साइकिल लेकर बाहर निकलें और एक्सरसाइज करें। आज के कार्यक्रम में लगभग 250 से 300 बच्चे शामिल हुए।"
उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को अपने स्वास्थ्य के लिए रोजाना कम से कम एक घंटा शारीरिक गतिविधियों के लिए निकालना चाहिए। साइकिलिंग जैसी गतिविधियाँ न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभकारी हैं।
डीएम ने कहा, "मैं लोगों से अपील करती हूँ कि वे हर दिन अपने स्वास्थ्य के लिए एक घंटा निकालें, ताकि सप्ताह में चार या पांच दिन फिटनेस के लिए समय मिल सके।"
हेल्थ एक्सपर्ट समीर भाटी ने कहा, "साइक्लोथॉन का कार्यक्रम फिट इंडिया मूवमेंट से जुड़ा हुआ है। यह कार्यक्रम डीएम की अगुवाई में हुआ, जिसमें आस-पास के स्कूलों ने भाग लिया।
कॉलेज के छात्र भी शामिल रहे। योगा और जुंबा का भी आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही रहा कि लोग खेलों से जुड़े और फिटनेस के प्रति उनकी जागरूकता बढ़े।
हर साल 29 अगस्त को खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए नेशनल स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है।