क्या स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में मालवाहक वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है?

सारांश
Key Takeaways
- स्वतंत्रता दिवस पर मालवाहक वाहनों का प्रतिबंध सुरक्षा के लिए है।
- वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा।
- पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जाएगा।
नोएडा, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने स्वतंत्रता दिवस परेड के तैयारी के तहत सुरक्षा कारणों से दिल्ली में मालवाहक (भारी, मध्यम, हल्के) और यात्री बसों के प्रवेश पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। यह प्रतिबंध 14 अगस्त की रात 10 बजे से 15 अगस्त को कार्यक्रम के समाप्ति तक प्रभावी रहेगा।
इस अवधि में दिल्ली में प्रवेश करने वाले इन वाहनों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना होगा। पुलिस के अनुसार, चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी बॉर्डर, कालिंदी कुंज यमुना बॉर्डर, यमुना एक्सप्रेसवे और परीचौक से दिल्ली की ओर जाने वाले सभी भारी और यात्री वाहन नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे होते हुए डायवर्ट किए जाएंगे।
यातायात में कोई भी परेशानी होने पर यातायात हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके साथ ही, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में जन्माष्टमी पर्व को शांति और सुरक्षा के साथ मनाने के लिए अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस्कॉन मंदिर और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण किया।
श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी, पीए सिस्टम द्वारा दिशा-निर्देश, सादे वस्त्रों में पुलिसकर्मी, डॉग स्क्वॉड और एएस चेक टीम की तैनाती की गई है। स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल नोएडा) शक्ति मोहन अवस्थी ने एसीपी दीक्षा सिंह और पुलिस बल के साथ थाना बिसरख क्षेत्र में पैदल गश्त की।
संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई है और पुलिसकर्मियों को संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, कमिश्नरेट के सभी थाना क्षेत्रों में थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में फुट पेट्रोलिंग कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। पीसीआर और पीआरवी वाहनों को निरंतर गश्त पर रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और दोनों पर्व—जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस—शांति, सौहार्द और सुरक्षित वातावरण में मनाए जा सकें।