क्या दिल्ली में वोट काटने का फर्जीवाड़ा दबाया जा रहा है? चुनाव आयोग की साजिश से वोट चोरी: सौरभ भारद्वाज

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट चोरी के आरोप गंभीर हैं।
- चुनाव आयोग पर तथ्यों को दबाने का आरोप।
- एच1-बी वीजा शुल्क बढ़ाने का भारतीय प्रोफेशनल्स पर असर।
- दिल्ली को पानी की समस्या पर हरियाणा की अनदेखी।
- सार्वजनिक जानकारी का निष्पक्षता
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान व्यापक स्तर पर वोट चोरी और फर्जीवाड़ा हुआ है, लेकिन चुनाव आयोग इस मामले में उचित कार्रवाई करने के बजाय तथ्यों को दबा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने एच1-बी वीजा शुल्क बढ़ाने और हरियाणा द्वारा दिल्ली को पानी न देने जैसे मुद्दों पर भी केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा।
सौरभ भारद्वाज ने राष्ट्र प्रेस से एक विशेष बातचीत में कहा कि हमने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि दिल्ली में चुनाव में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की विधानसभा में पिछले दो महीनों में 6,166 वोट काटने की फर्जी एप्लिकेशन जमा की गईं। जिन लोगों के नाम पर एप्लिकेशन डाली गई, उन्होंने स्वयं कैमरे के सामने आकर कहा कि हमने कोई एप्लिकेशन डाली ही नहीं।
भाद्रवाज ने बताया कि उस समय की दिल्ली की मुख्यमंत्री ने इस मामले में चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दी थी। हमने बार-बार शिकायत की। पिछले महीने आरटीआई लगाकर पूछा कि इस पर क्या कार्रवाई हुई, क्या एफआईआर दर्ज हुई, क्या कोई जांच बैठाई गई? लेकिन चुनाव आयोग ने यह कहकर जवाब देने से इनकार कर दिया कि यह व्यक्तिगत जानकारी है और इसमें कोई पब्लिक इंटरेस्ट नहीं है। इसके बाद हमने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और फिर चुनाव आयोग ने जो पहले जानकारी नहीं दी थी, उसे अपने एक्स हैंडल पर सभी जानकारी दे दी। भारद्वाज ने सवाल किया कि अगर यह इतनी व्यक्तिगत थी तो सार्वजनिक क्यों की गई? और जो जानकारी दी गई, उसमें एफआईआर या गिरफ्तारी जैसी कोई भी डिटेल नहीं थी।
सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग नहीं चाहता कि हम असली वोटचोर तक पहुंचें। आयोग इस मामले को दबाने का काम कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच1-बी वीजा शुल्क बढ़ाने पर भी सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उन्हें एच1-बी वीजा की जरूरत नहीं है। फर्क उन भारतीय इंजीनियरों और प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा, जो अमेरिका जाकर नौकरी करते हैं। अब ट्रंप की नीति से वे सब वापस अपने देश भेजे जाएंगे।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा यह कहे जाने पर कि दिल्ली को पानी इंडस नदी से मिलेगा, भारद्वाज ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली को पानी हरियाणा से चाहिए, लेकिन ये लोग पानी देने को तैयार नहीं हैं। अब कह रहे हैं कि इंडस नदी से पानी आएगा। अगर इंडस से कभी पानी आता है तो हरियाणा उस पानी को ले ले, लेकिन दिल्ली वालों को फिलहाल हरियाणा से ही पानी मिलना चाहिए।