क्या यमुनोत्सव दिल्ली में दिव्य और भव्य होगा?
सारांश
Key Takeaways
- यमुनोत्सव का आयोजन दो और तीन नवंबर को होगा।
- यमुनोत्री से लाए गए जल से यमुनाभिषेक किया जाएगा।
- दिल्लीवासियों का यमुना से जुड़ाव गहरा होगा।
- यमुना कॉन्क्लेव में वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा होगी।
- सबसे बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि यमुना के वासुदेव घाट पर होने वाला यमुनोत्सव अत्यंत दिव्य और भव्य होगा। यमुनोत्री और वृंदावन के संत यमुनोत्री से लाए गए जल से यमुना का जलाभिषेक किया जाएगा।
कपिल मिश्रा ने बताया कि यमुना की अविरलता और निर्मलता दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास हो रहे हैं। छठ पर्व के दौरान पांच साल बाद पूर्वांचल के लोगों ने यमुना के तट पर छठी मैया की उपासना की। लोगों में अद्भुत उत्साह था। इसी क्रम में अब यमुनोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम दिल्लीवासियों का यमुना से जुड़ाव और गहरा करेगा।
दिल्ली सरकार के संस्कृति विभाग और यमुना संसद के संयोजन में यह आयोजन दो और तीन नवंबर को होगा। यमुना संसद के संयोजक रविशंकर तिवारी ने बताया कि पहले दिन यमुना के आध्यात्मिक पहलुओं पर चर्चा होगी। इसमें देश में पहली बार यमुनोत्री के जल से यमुना का जलाभिषेक सुबह 9 बजे होगा। वहीं, शाम को यमुना कथा और आरती का आयोजन होगा।
रविशंकर तिवारी के अनुसार, दूसरे दिन यमुना कॉन्क्लेव में यमुना के वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। इस कॉन्क्लेव में केंद्र और दिल्ली सरकार के संबंधित मंत्रियों के साथ देश भर से जल वैज्ञानिक शामिल होंगे। इस दो दिवसीय आयोजन में केंद्र और दिल्ली सरकार के मंत्री, सांसद, आध्यात्मिक संत, और दिल्लीवासी भाग लेंगे। सभी दिल्लीवासियों से अनुरोध है कि वे इस कार्यक्रम में भागीदारी सुनिश्चित करें।