क्या दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार, आने वाले दिनों में और बिगड़ेगी स्थिति?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में एक्यूआई 400 के पार पहुंच चुका है।
- प्रदूषण का स्तर बच्चों और बुजुर्गों के लिए अत्यधिक खतरनाक है।
- मौसम विभाग ने कोहरे की चेतावनी दी है, जो प्रदूषण को और बढ़ा सकता है।
नोएडा, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निवासियों के लिए प्रदूषण की समस्या से राहत मिलती हुई नहीं दिखाई दे रही है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर और बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुका है। आंकड़ों के मुताबिक, कई स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार जा चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक माना जाता है।
नोएडा के सेक्टर-1 में एक्यूआई 410 दर्ज किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इसके अतिरिक्त, सेक्टर-116 में एक्यूआई 386, सेक्टर-125 में 367 और सेक्टर-62 में 347 रिकॉर्ड किया गया। ये आंकड़े स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करते हैं कि नोएडा के अधिकांश क्षेत्र गंभीर वायु प्रदूषण का सामना कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्तर का प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों के लिए अत्यधिक जोखिम भरा है। दिल्ली के विवेक विहार में एक्यूआई 422 दर्ज किया गया है, जो सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्रों में से एक है। इसके साथ ही, शादिपुर में एक्यूआई 408, रोहिणी में 406, वजीरपुर में 398, आर.के. पुरम में 367, सोनिया विहार में 366, सिरीफोर्ट में 364, पूसा (डीपीसीसी) में 361, पूसा में 327 और श्री अरबिंदो मार्ग में 315 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी के लगभग सभी प्रमुख इलाके हवा में सांस लेने के लिए अयोग्य हो चुके हैं। गाजियाबाद में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। वसुंधरा क्षेत्र में एक्यूआई 428 दर्ज किया गया है, जो गंभीर श्रेणी के भी ऊपर है। लोनी में एक्यूआई 391, संजय नगर में 375 और इंदिरापुरम में 349 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। इससे स्पष्ट है कि पूरे एनसीआर में प्रदूषण का स्तर समान रूप से खतरनाक बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है। 27 और 28 दिसंबर को सुबह के समय घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान अधिकतम तापमान लगभग 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। नमी का स्तर 95 प्रतिशत तक पहुँच सकता है, जिससे प्रदूषण और कोहरे का प्रभाव और गहरा होगा।
29 दिसंबर को भी मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने का अनुमान है, हालांकि उस दिन किसी विशेष चेतावनी जारी नहीं की गई है। घने कोहरे, कम हवा की गति और गिरते तापमान का संयोजन प्रदूषकों को वातावरण में ही फंसा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक तेज हवा या बारिश नहीं होती, तब तक प्रदूषण से राहत मिलना मुश्किल है।