क्या दिल्ली और नोएडा मेट्रो के यात्रियों का सफर आसान होगा?

सारांश
Key Takeaways
- यात्रियों के लिए एक ही ऐप से टिकट बुकिंग की सुविधा।
- क्यूआर कोड के माध्यम से यात्रा की पारदर्शिता।
- डिजिटल पेमेंट के जरिए टिकट खरीदने की योजना।
- समय की बचत और आसान यात्रा अनुभव।
- यात्री की सुविधा के लिए नई तकनीक का उपयोग।
नोएडा, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा और दिल्ली में मेट्रो यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक नई राहत की जानकारी आई है। अब उन्हें अलग-अलग मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की झंझट से मुक्ति मिलेगी। नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के सहयोग से एक नई सुविधा शुरू की है, जिसके अंतर्गत यात्री एक ही मोबाइल ऐप से दोनों मेट्रो नेटवर्क के लिए क्यूआर कोड टिकट बुक कर सकेंगे।
पहले यात्रियों को दिल्ली और नोएडा मेट्रो के लिए अलग-अलग मोबाइल एप्लिकेशन रखने की आवश्यकता थी। नोएडा मेट्रो का एनएमआरसी ऐप और दिल्ली मेट्रो का डीएमआरसी ऐप टिकट बुकिंग के लिए डाउनलोड करना पड़ता था। अब यह समस्या समाप्त हो गई है। अब आपको एनएमआरसी और डीएमआरसी में से एक ही ऐप डाउनलोड करने की आवश्यकता है। आप किसी भी ऐप से दोनों के लिए टिकट बुक कर सकते हैं।
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक डॉ. लोकेश एम ने बताया कि यह सुविधा यात्रियों की डिमांड और सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है। उनके अनुसार, अब किसी को अलग-अलग ऐप डाउनलोड करने या अलग-अलग पेमेंट प्रक्रियाओं का पालन करने की आवश्यकता नहीं होगी। एक ही मोबाइल ऐप पर डीएमआरसी और एनएमआरसी दोनों के लिए क्यूआर टिकट आसानी से बुक किए जा सकेंगे। इससे समय की बचत होगी और यात्रा का अनुभव और अधिक सहज होगा।
इस सुविधा के तहत यात्रियों को दो अलग-अलग क्यूआर कोड जारी किए जाएंगे- एक डीएमआरसी नेटवर्क के लिए और दूसरा एनएमआरसी नेटवर्क के लिए। जब कोई यात्री ऐप के जरिए टिकट बुक करेगा तो संबंधित नेटवर्क के स्टेशन के लिए वैध क्यूआर कोड प्राप्त होगा। यह भी खास बात है कि ऐप में टिकट की स्थिति जांचने की सुविधा दी गई है। यानी यात्री देख सकता है कि उसका टिकट उपयोग हो चुका है, अभी वैध है, या फिर एक्सपायर हो गया है। यह फीचर यात्रियों को अधिक पारदर्शिता और सुविधा प्रदान करेगा।
भविष्य की योजना में यह भी शामिल है कि यात्रियों को विभिन्न ई-वॉलेट के माध्यम से भी टिकट खरीदने की सुविधा दी जाएगी। यानी जो लोग पेटीएम, फोन-पे, गूगल-पे या अन्य ई-वॉलेट का उपयोग करते हैं, वे सीधे इन प्लेटफॉर्म्स से मेट्रो टिकट बुक कर सकेंगे। यह सुविधा शुरू होने के बाद मेट्रो टिकट खरीदने का तरीका और आसान हो जाएगा और डिजिटल पेमेंट को भी बढ़ावा मिलेगा।