क्या दिल्ली पुलिस ने 'बाबा' के वेश में स्नैचिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- बाबा के वेश में स्नैचिंग का मामला
- दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई
- सहआरोपियों की तलाश जारी
- चोरी की गई अंगूठी का मूल्य 26,000 रुपए
- पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों का पता लगाया
नई दिल्ली, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। बाबा के वेश में स्नैचिंग करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
1 अगस्त को एक शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ की। पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया है, जबकि एक सहआरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह मोती नगर स्थित अपने घर से रैपीडो टैक्सी में कनॉट प्लेस जा रही थी। जब गाड़ी शादीपुर फ्लाईओवर की लाल बत्ती पर पहुंची, तो 20-25 साल के दिखने वाले तीन अज्ञात व्यक्तियों ने टैक्सी के पास आकर पैसे मांगे। वे सभी 'बाबा' के रूप में सजकर आए थे और उनके शरीर पर राख लगी थी। उन्होंने गाड़ी की साइड की खिड़की खटखटाई और पैसे मांगने लगे, जिसपर उन्हें 200 रुपए दिए गए। इसी दौरान, एक आरोपी ने सोने और हीरे की अंगूठी छीन ली और वहां से भाग निकला।
पुलिस ने मामला दर्ज किया और मोती नगर के थाना प्रभारी निरीक्षक वरुण दलाल की देखरेख में जांच शुरू की। कई सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद, आरोपियों को एक ऑटो-रिक्शा में भागते हुए देखा गया। ऑटो-रिक्शा के पंजीकृत मालिक की पहचान की गई और पूछताछ करने पर पता चला कि उसने ऑटो विनोद कामत (50) को किराए पर दिया था।
आरोपी विनोद कामत को अशोका पार्क मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। उसके खुलासे के आधार पर उसके अन्य साथी, कबीर (19) और बिरजू (45), को भी पकड़ा गया। तीनों आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने चोरी की अंगूठी 26,000 रुपए में बेची थी।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी विनोद कामत आरोपियों को परिवहन सेवा प्रदान करता था। आरोपी कबीर, बिरजू का पुत्र है, और उसका एक साथी अमर, जो अभी फरार है, बिरजू का सगा भाई है। आगे की जांच जारी है और सहआरोपी अमर को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
आरोपियों के पास से पिघला हुआ सोना, पत्थरों के 61 छोटे टुकड़े, ऑटो रिक्शा, कपड़े और श्रृंगार के सामान बरामद हुए हैं।