क्या दिल्ली समेत कई राज्यों में साइबर धोखाधड़ी के आरोप में दो गिरफ्तार हुए हैं, जिन्होंने 'बाबा किस्मतवाले' टेलीग्राम चैनल चलाया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया।
- मुख्य आरोपी ने 'बाबा किस्मतवाले' नाम का टेलीग्राम चैनल चलाया।
- गिरोह ने 2 लाख रुपए की धोखाधड़ी की।
- पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए।
- साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता जरूरी है।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली जल बोर्ड से जुड़ी एक नकली व्हाट्सएप संदेश के माध्यम से 2 लाख रुपए की ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश किया है। दिल्ली के पश्चिम जिला के साइबर पुलिस स्टेशन ने पश्चिम बंगाल के निवासी कुमार मंडल सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आरोपी ने 'बाबा किस्मतवाले' नाम का टेलीग्राम चैनल चलाया और पूरे भारत में साइबर अपराधियों को नागरिकों का डेटा उपलब्ध कराया।
यह गिरोह पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में धोखाधड़ी कर रहा था और नागरिकों के व्यक्तिगत एवं बैंकिंग डेटा की चोरी कर उसे बेच रहा था। मुख्य आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल के नारायणपुर निवासी कुमार मंडल के रूप में हुई है। उसने बीटेक की पढ़ाई की थी।
साइबर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े एक नकली व्हाट्सएप संदेश के जरिए 2 लाख रुपए ठग लिए गए। धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों ने एक एपीके फाइल भेजी, जिसके माध्यम से पीड़ित की बैंकिंग जानकारी चुराई गई और बाद में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ड्राइवट्रैक प्लस कार्ड के माध्यम से 2 लाख रुपए की राशि निकाली गई।
पुलिस ने जांच शुरू करते हुए तकनीकी विश्लेषण से यह पाया कि साइबर अपराधी झारखंड के जामताड़ा से हैक किए गए व्हाट्सएप अकाउंट का उपयोग कर रहे थे।
गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में छापे मारे और मुख्य आरोपी कुमार मंडल को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 9 मोबाइल, 47,800 रुपए कैश, एटीएम कार्ड, मैकबुक और आईपैड सहित कई चीजें बरामद की गईं। इस गिरोह में एक और शख्स शामिल था, जो पीड़ितों को विश्वास में लेकर धोखाधड़ी वाले ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए कहता था।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है। आरोपी से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। सभी सदस्यों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूछताछ में पता किया जा रहा है कि इन लोगों ने किस-किस से कितनी की धोखाधड़ी की है।