क्या बिहार की जनता ने एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है?: तेजस्वी यादव
सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा।
- तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर तीखा हमला किया है।
- चुनाव आयोग पर रिश्वत बांटने का आरोप लगाया गया है।
- अमित शाह का कहना है कि बिहार में उद्योग स्थापित करना मुश्किल है।
- बिहार के विकास के लिए स्थानीय नेतृत्व की आवश्यकता है।
पटना, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा। विधानसभा चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दल जोरदार रैलियां कर रहे हैं। इसी क्रम में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को छपरा में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
पीएम मोदी की रैली को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर तीखा हमला किया है। तेजस्वी ने कहा कि जितनी भी रैलियां कर लें, बिहार की जनता ने इस बार एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि चुनाव आयोग की ईमानदारी को देखिए, आज चुनाव के बीच में भी 10 लाख महिलाओं को पैसे दिए जा रहे हैं। ऐसी क्या आपात स्थिति थी कि इन्हें अभी, चुनाव के दौरान पैसे दिए गए? 20 वर्षों में क्यों नहीं दिए? इसे चुनाव के बाद दिया जा सकता था, लेकिन यह पूरी तरह से रिश्वत के रूप में बांटा जा रहा है। चुनाव आयोग की नैतिकता खत्म हो गई है। पूरा देश देख रहा है। आज रिश्वत के तौर पर पैसे दिए जा रहे हैं, फिर यह छीनने का काम करेंगे।
तेजस्वी यादव ने अमित शाह को निशाने पर लेते हुए कहा कि बिहार का बेटा ही बिहार चला सकता है।
तेजस्वी ने कहा कि वे केवल बिहार से वोट चाहते हैं और गुजरात में उद्योग स्थापित करना चाहते हैं। अमित शाह ने तो कह दिया है कि बिहार में कारखाने लगाना संभव नहीं है, क्योंकि भूमि की कमी है। ऐसा गृह मंत्री हमने नहीं देखा। इनकी मंशा बिहार में कब्जा जमाने की है। बिहार का बेटा ही बिहार को चला सकता है।
उन्होंने कहा कि एनडीए को बिहार की जनता सबक सिखाएगी। बिहार को हम आगे लेकर जाएंगे। जनता से अपील करते हुए कहा कि यह मौका है इस बार बिहार को बनाने का। अगर एनडीए दोबारा आया तो हम पीछे चले जाएंगे।