क्या विजय नगर में अवैध ई-सिगरेट रैकेट का पर्दाफाश हुआ? चार गिरफ्तार

सारांश
Key Takeaways
- अवैध ई-सिगरेट का भंडाफोड़
- चार गिरफ्तार किए गए
- ४१० ई-सिगरेट बरामद
- पुलिस की सक्रियता सराहनीय
- युवाओं को सुरक्षा की सलाह
नई दिल्ली, १८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने विजय नगर में अवैध ई-सिगरेट की बिक्री करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया है। इस कार्रवाई में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और ४१० प्रतिबंधित ई-सिगरेट बरामद की गईं।
यह कार्रवाई १६ अक्टूबर को मिली सूचना के आधार पर की गई। सहायक पुलिस आयुक्त सुनील श्रीवास्तव, ईआर-१, क्राइम ब्रांच की देखरेख में इंस्पेक्टर लिछमन की अगुवाई में एक विशेष टीम ने छापेमारी की।
टीम ने पान की दुकान चलाने वाले अवधेश कुमार चौरसिया को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपने गोदाम में अवैध ई-सिगरेट रखता और बेचता था। इसके बाद उसके दो सहयोगी- ज्ञान चंद चौरसिया और सनी चौरसिया को भी उसी स्थान से गिरफ्तार किया गया। बाद में इस रैकेट में शामिल एक अन्य आरोपी निर्मल कुमार को शास्त्री नगर से पकड़ा गया।
गिरफ्तार आरोपियों में अवधेश कुमार चौरसिया (३०), ज्ञान चंद चौरसिया (३२), सनी चौरसिया (२२) और निर्मल कुमार शामिल हैं। अवधेश और ज्ञान चंद का स्थायी पता प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) है, लेकिन वर्तमान में विजय नगर में रह रहे हैं। पुलिस ने इनके पास से ४१० ई-सिगरेट बरामद कीं।
इस मामले में थाना क्राइम ब्रांच में १७ अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे पीतमपुरा से ई-सिगरेट खरीदकर दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर और आसपास के युवाओं, खासकर छात्रों को बेचते थे।
पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) विक्रम सिंह के अनुसार, जांच अभी जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने युवाओं को नशीली वस्तुओं से दूर रहने की सलाह दी है।