क्या देवेंद्र यादव ने छात्रों से एनएसयूआई के समर्थन में वोट करने की अपील की?

सारांश
Key Takeaways
- डूसू चुनाव छात्रों की राजनीतिक भागीदारी का महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है।
- देवेंद्र यादव ने एनएसयूआई के समर्थन में वोट डालने की अपील की।
- यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए एक अवसर प्रदान करता है।
नई दिल्ली, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव में एनएसयूआई पैनल 5-2-2-5 के समर्थन में छात्रों से वोट करने की अपील की।
उन्होंने इसके लिए पहली बैठक नार्थ कैंपस के लिए हेरिटेज बैंक्वेट हॉल, ब्रिटानिया चौक, दूसरी बैठक ईस्ट कैंपस में ली डायमंड बैंकेट हॉल, यमुना विहार, और तीसरी बैठक साउथ कैंपस के खुराना बैंक्वेट हॉल, कालकाजी देशबंधु कॉलेज पर मौजूद दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
देवेंद्र यादव ने कहा कि डूसू चुनाव में पिछले वर्ष नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने अध्यक्ष और सह सचिव पद पर जीत हासिल की थी और इस बार अध्यक्ष पद पर नारी शक्ति को प्रतिनिधित्व दिया गया है। एनएसयूआई ने संतुलित पैनल चारों सीटों पर जीतने के लिए उतारा है। डूसू चुनाव में एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर पहले भी कई महिला उम्मीदवारों को उतारा है, जिन्होंने जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों से एनएसयूआई पैनल के अध्यक्ष पद पर जोसलीन नंदिता चौधरी (बैलट न.5), उपाध्यक्ष पद के लिए राहुल झांसला (बैलट न.2), सचिव पद के लिए कबीर (बैलट न.2) और सहसचिव के लिए लवकुश भड़ाना (बैलट न.5) को वोट देने की अपील करता हूं।
इस दौरान देवेंद्र यादव ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि डूसू चुनाव में भाजपा ने साम-दाम-दंड-भेद सभी लगा दिए हैं। सरकारी संस्थाओं पर नियंत्रण कर अपने अनुसार चलाने का भाजपा का इतिहास रहा है। इसका उदाहरण तब आया जब वाइस चांसलर ने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल कॉलेजों में डूसू चुनाव में प्रचार नहीं कर सकता। दिल्ली विश्वविद्यालय के वीसी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को कैंपस में डूसू चुनाव में एबीवीपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने की इजाजत क्यों दी? क्या रेखा गुप्ता किसी राजनीतिक दल की नहीं?
देवेंद्र यादव ने कहा कि छात्र डूसू चुनाव में अपने वोट का इस्तेमाल सोच-समझकर करें क्योंकि यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने की एक बड़ी मुहिम है। छात्र अपने वोट देते समय पिछले 11-12 वर्षों में भाजपा द्वारा लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिशों को याद रखें। भाजपा की लगातार लोकतंत्र को खत्म करने की गतिविधियाँ किसी से छिपी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि लोकतंत्र को बचाने की मुहिम में छात्र अपना कीमती वोट एनएसयूआई पैनल को देकर योगदान देंगे।
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय का डूसू चुनाव छात्रों के लिए राजनीति का पहला पड़ाव है। कांग्रेस या भाजपा के उच्च स्तर के लीडरशिप करने वाले सभी डूसू की राजनीति से निकले हैं। उन्होंने कहा कि ब्लॉक अध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र के छात्रों से लगातार संपर्क बनाकर एनएसयूआई पैनल की जीत सुनिश्चित करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। छात्रों से मिल रहे समर्थन के बाद संभवतः डूसू चुनाव में 5-2-2-5 के बैलट पर एनएसयूआई पैनल एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा।
अभाक कमेटी के दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने कहा कि देश का भविष्य कांग्रेस में है और कांग्रेस का भविष्य एनएसयूआई में। एनएसयूआई और युवा कांग्रेस देश का भविष्य हैं; यहाँ से निकले युवा ही देश को संवारने और संभालने का कार्य करेंगे। डूसू चुनाव में एनएसयूआई पैनल उतारा गया है, जिसमें जीत हासिल करने का विश्वास स्पष्ट दिखाई दे रहा है। आज देश में बिगड़ते माहौल और अपने स्वार्थों की राजनीति करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। आज का युवा अवसरवादिता को नहीं, बल्कि अवसर तलाशने और बनाकर साक्षात करने वालों को मौका देने की सोच रखता है। उन्होंने कहा कि डूसू चुनाव में एनएसयूआई पैनल चारों पदों पर जीत हासिल करेगा और आने वाला समय एनएसयूआई का है। यहाँ से निकले छात्र देश को दिशा देने के लिए देशहित में कार्य करेंगे।