क्या धनबाद में मजदूरों को लेकर जा रही सर्विस वैन 300 फीट गहरी खाई में गिर गई?

सारांश
Key Takeaways
- धनबाद में सर्विस वैन का खाई में गिरना एक गंभीर हादसा है।
- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है।
- सुरक्षा मानकों की समीक्षा आवश्यक है।
- स्थानीय लोग राहत कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
धनबाद, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। धनबाद में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) एरिया- 4 खदान क्षेत्र में शुक्रवार को एक गंभीर दुर्घटना हुई। यहां आउटसोर्सिंग के तहत खनन करने वाली मां अम्बे कंपनी की एक सर्विस वैन लगभग 300 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस वैन में पांच से छह मजदूर सवार थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन तीन घंटे से जारी है, लेकिन अभी तक मजदूरों का कोई सुराग नहीं मिला है। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई है।
घटना की सूचना मिलते ही बीसीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी राहत कार्य के लिए मौके पर पहुंचे। कतरास थाना, रामकनाली ओपी और अंगारपथरा ओपी की पुलिस भी बचाव कार्य में जुटी हैं।
दोपहर ढाई बजे तक खाई में गिरी वैन को निकालने में सफलता नहीं मिली है। कठिन भूभाग और गहराई के कारण बचाव दल को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब सर्विस वैन मजदूरों को खदान क्षेत्र से बाहर ले जा रही थी। अचानक मिट्टी खिसकने से वाहन गहरी खाई में गिर गया।
इस गंभीर घटना को देखते हुए बीसीसीएल प्रबंधन ने आपात बैठक बुलाई है। अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिकता मजदूरों को सुरक्षित निकालना और उनकी जान बचाना है।
खदान क्षेत्र में काम कर रहे अन्य मजदूरों और कर्मचारियों में भी दहशत फैल गई है। स्थानीय लोग भी राहत कार्य में मदद कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, मजदूरों की पहचान और उनकी सही संख्या की पुष्टि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही की जा सकती है। घटनास्थल पर एंबुलेंस और मेडिकल टीम तैनात हैं, ताकि घायलों को तात्कालिक उपचार मिल सके। प्रशासन ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है।
वहीं, सुरक्षा मानकों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। धनबाद कोयला क्षेत्र में पिछले महीने कई भू-धंसान की घटनाएं हुई हैं।
27 अगस्त को केंदुआ कुसुंडा एरिया- 6 के गोधर में अचानक जमीन धंसने से अंजू देवी 15 फीट गहरे गड्ढे में समा गई थीं। उन्हें बड़ी मुश्किल से बचाया गया था। इसके पहले 18 अगस्त को जोगता थाना क्षेत्र में भू-धंसान से एक घर पूरी तरह जमींदोज हो गया था, जबकि पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए थे।