इस्लामिक देश फिल्म 'धुरंधर' का विरोध क्यों कर रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- फिल्म 'धुरंधर' आतंकवाद को उजागर करती है।
- भीम सिंह का बयान फिल्म के समर्थन में है।
- इस्लामिक देशों का विरोध अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल उठाता है।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में प्रदर्शित फिल्म 'धुरंधर' को देशभर में सराहा जा रहा है, लेकिन कई खाड़ी देशों में इस पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस विषय पर भाजपा सांसद भीम सिंह ने कहा कि इस्लामिक देश इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। फिल्म में आतंकवाद को दिखाया गया है, तो उन्हें समस्या क्यों हो रही है?
भाजपा सांसद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह फिल्म आतंकवाद को उजागर करती है, और कुछ आतंकवादी इस्लाम से जुड़े होते हैं। यदि फिल्म में आतंकवाद दिखाया जा रहा है तो इसे बुरा क्यों माना जाए? भारत में अभिव्यक्ति का अधिकार संवैधानिक है। उन्होंने कहा कि फिल्म में कुछ भी अनुचित नहीं है। भारत के सेंसर बोर्ड ने इसे पास किया है, इसलिए इसका प्रदर्शन रोकना उचित नहीं है। जो इस्लामिक देश इसका विरोध कर रहे हैं, उन्हें आत्मावलोकन करना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ जो भी बयान या फिल्म बनाई जाती है, उसका विरोध क्यों किया जाता है? इससे आतंकवादी तत्वों को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने कहा कि जिन देशों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाया है, उन्हें अपना नजरिया बदलना चाहिए।
2001 के संसद हमले की बरसी पर भाजपा सांसद ने कहा कि आज से 24 वर्ष पहले पाकिस्तानी आतंकवादियों ने संसद पर हमला किया था। हमारे बहादुर जवानों ने इसे बचाने के लिए अपनी जान दी। हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके साहस का सम्मान करते हैं। आतंकवाद बहुत निंदनीय है। ऐसे मामलों के बाद भी राजनीति होती है। राष्ट्र में एकता होनी चाहिए, लेकिन विपक्ष के लोग भी राजनीति करते हैं।
उन्होंने सीएम ममता बनर्जी के बयान पर कहा कि वे यह बयान निराशा में दे रही हैं। बिहार में विपक्ष के लोग डर गए हैं और प्रदेश में हिंसा को भड़काने का काम कर रहे हैं। डराना गलत है। यदि वोटर लिस्ट से नाम काटा जाता है, तो यह घुसपैठियों का नाम होता है, इसमें समस्या क्यों होनी चाहिए? जितनी निंदा की जाए, वह कम है।
उन्होंने असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने सही कहा है कि पैसे के बल पर वोट नहीं मिलते। पैसे देकर वोट खरीदना संभव नहीं है। सही बात है कि मुसलमानों को लाखों रुपए दिए जाएं, तब भी वे वोट नहीं देंगे।