क्या पर्यावरण मंत्री ने आनंद विहार बस टर्मिनल क्षेत्र का दौरा कर प्रदूषण नियंत्रण कार्यों की समीक्षा की?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए गंभीर प्रयास हो रहे हैं।
- मंत्री ने धूल नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन पर जोर दिया।
- पिछली सरकारों की लापरवाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
- सभी विभागों और नागरिकों का सहयोग आवश्यक है।
- दिल्ली की हवा को स्वच्छ बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण को रोकने के लिए अपनी विंटर ऐक्शन प्लान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इस क्रम में, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आनंद विहार बस टर्मिनल के हॉटस्पॉट का दौरा किया।
दिल्ली में १३ प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर लगातार निगरानी, सख्त कार्रवाई और वैज्ञानिक तरीकों से धूल नियंत्रण का कार्य चल रहा है।
इसी कड़ी में, शनिवार को मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आनंद विहार बस टर्मिनल का दौरा किया, जो कि दिल्ली के प्रमुख प्रदूषण हॉटस्पॉट्स में से एक है। उन्होंने मौके पर जाकर धूल नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और सड़क मरम्मत की प्रगति का जायजा लिया। मंत्री ने आनंद विहार के मुख्य सड़क से जुड़ी सर्विस रोड को यातायात के अनुकूल बनाने पर भी जोर दिया।
निरीक्षण के दौरान, मंत्री ने डीपीसीसी द्वारा स्थापित एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन की कार्यप्रणाली की समीक्षा की और अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त की।
मौके पर, मंत्री ने देखा कि बस टर्मिनल के मुख्य द्वार पर एक छोटा सा अधूरा सड़क हिस्सा वर्षों से पड़ा हुआ था, क्योंकि वहां तीन छोटे पेड़ थे जिनका ट्रांसप्लांटेशन नहीं किया गया था। सिरसा ने इसे पिछली सरकारों की लापरवाही का उदाहरण बताया और तुरंत निर्देश दिए कि पेड़ों का सुरक्षित स्थानांतरण किया जाए और सड़क को जल्द से जल्द पक्का कर सार्वजनिक परिवहन के लिए खोला जाए, ताकि धूल और जाम की समस्या समाप्त हो सके।
सिरसा ने कहा कि यह सड़क वर्षों से बंद थी। अब हमारी सरकार इसे जनता के लिए खोलने जा रही है, ताकि बस टर्मिनल के पास की स्लिप रोड पर ट्रैफिक जाम खत्म हो और धूल कम हो। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण और बुनियादी ढांचे दोनों में वास्तविक सुधार देखने को मिल रहा है।
मंत्री सिरसा ने कहा कि हर हॉटस्पॉट की समस्या अलग है और हमारी टीमें उन्हें वैज्ञानिक तरीके से सुलझा रही हैं। चाहे सड़क की धूल हो, ट्रैफिक प्रबंधन, या औद्योगिक उत्सर्जन, हर स्तर पर सख्त निगरानी और सुधार चल रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में अशोक विहार, पंजाबी बाग और अन्य हॉटस्पॉट्स पर भी इसी तरह के निरीक्षण किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सभी विभागों, एजेंसियों और नागरिकों के सहयोग से परिणाम सामने आ रहे हैं। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है: दिल्ली की हवा को स्वच्छ बनाना और हर नागरिक के लिए बेहतर वातावरण बनाना।