दिल्ली में हत्या के प्रयास का मामला कैसे सुलझा गया?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की तत्परता ने मामले को जल्द सुलझाने में मदद की।
- हल्की रंजिश से शुरू हुआ विवाद गंभीर स्थिति में बदल गया।
- घायलों का इलाज जारी है, उनकी स्थिति स्थिर है।
- आरोपियों के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले हैं।
- साक्ष्य संग्रह में फोरेंसिक टीम की भूमिका महत्वपूर्ण थी।
नई दिल्ली, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस) उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वेलकम थाना क्षेत्र में एक पुरानी रंजिश के चलते हत्या के प्रयास का मामला पुलिस ने सिर्फ 24 घंटे में सुलझा लिया। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और अपराध में इस्तेमाल किया गया पेपर कटर भी बरामद कर लिया गया। घायलों की हालत स्थिर है और उनका इलाज जारी है।
यह घटना गुरुवार रात लगभग 11:30 बजे कबीर नगर की 33 फुटा रोड पर हुई। पीड़ित शाज़ेब (३० वर्ष) और उसका दोस्त शैद (२७ वर्ष) घर लौट रहे थे, तभी दो युवकों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने शोर मचाया, जिससे हमलावर भागने में सफल रहे। घायलों को तुरंत जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई। शुक्रवार सुबह 1:36 बजे पुलिस को मारपीट की सूचना मिली। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पता चला कि घायलों को पहले ही अस्पताल भेजा गया था। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून के धब्बे, कपड़े के टुकड़े और अन्य साक्ष्य एकत्र किए।
वेलकम थाने में धारा 109(1), 115(2) और 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। एसएचओ इंस्पेक्टर रूपेश कुमार खत्री के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल थे। सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और तकनीकी निगरानी से सुराग प्राप्त हुए। शुक्रवार देर रात तक दोनों संदिग्धों को पकड़ लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान तोहीद (23 वर्ष), पुत्र अजमल, गली नंबर 1, हमजा मस्जिद के पास, कबीर नगर और अजहर अली उर्फ अज्जू (24 वर्ष), पुत्र अफजल, गली नंबर 8, कबीर नगर के रूप में हुई। दोनों पीड़ितों के पड़ोसी हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि उनके और शाजेब तथा शैद के बीच पुरानी दुश्मनी थी। छोटी-मोटी बातों पर झगड़े होते थे, जो अब बदला लेने का कारण बन गए। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बाजार से पेपर कटर खरीदा और अजहर को अपने साथ लिया। दोनों ने मौके का फायदा उठाकर हमला किया। उनकी निशानदेही पर हथियार भी बरामद कर लिया गया। जांच में यह भी सामने आया कि अजहर पर पहले से दो आपराधिक मामले (मारपीट और चोरी) दर्ज हैं।