क्या भारत और आर्मेनिया ने 11वें एफओसी में स्वास्थ्य समझौते पर हस्ताक्षर किए?

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क्या भारत और आर्मेनिया ने 11वें एफओसी में स्वास्थ्य समझौते पर हस्ताक्षर किए?

सारांश

भारत और आर्मेनिया ने 11वें एफओसी में स्वास्थ्य समझौते पर हस्ताक्षर किए। येरेवन में हुई इस बैठक में दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा की। जानिए इस समझौते के पीछे की कहानी और भविष्य की योजनाएं।

Key Takeaways

  • भारत और आर्मेनिया के बीच स्वास्थ्य सहयोग का नया समझौता।
  • 11वें एफओसी में द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर गंभीर चर्चा।
  • अगली बैठक 2026 में भारत में आयोजित होगी।
  • दोनों देशों के नेताओं के बीच उच्च-स्तरीय बातचीत।
  • आर्मेनिया के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारत की भागीदारी।

येरेवन, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और आर्मेनिया ने मिलकर 11वें विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) का आयोजन किया। विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार येरेवन में 11वें एफओसी का आयोजन किया गया, जहां दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं के साथ-साथ आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।

भारत और आर्मेनिया ने सहयोग सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर आपसी हित पर विचार साझा किया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज ने किया। वहीं आर्मेनिया के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप विदेश मंत्री मनत्सकन सफरयान ने किया।

सिबी जॉर्ज ने आर्मेनियाई विदेश मंत्री अरारत मिर्जोयान से भी मुलाकात की। इस दौरान भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आर्मेनिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच पब्लिक हेल्थ और मेडिकल साइंस के क्षेत्र में सहयोग समझौता किया।

इस समझौते पर आर्मेनिया में भारतीय राजदूत नीलाक्षी साहा सिन्हा और आर्मेनियाई उप स्वास्थ्य मंत्री लीना नानुश्यान ने हस्ताक्षर किए। एफओसी 2026 की अगली बैठक सुविधाजनक तारीख पर भारत में आयोजित की जाएगी।

बता दें, इससे पहले एफओसी की बैठक नवंबर 2023 में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। पिछले महीने, सिबी जॉर्ज ने नई दिल्ली में आर्मेनिया के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने पश्चिम एशियाई राष्ट्र के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध को लेकर भारत की प्रतिबद्धता जताई।

इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था, "सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज ने आर्मेनिया गणराज्य के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने इतिहास में निहित भारत-आर्मेनिया की दीर्घकालिक मित्रता के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जो दोनों देशों के नेतृत्व के बीच हाल ही में हुई उच्च-स्तरीय बातचीत पर आधारित है।"

इससे पहले अगस्त में पीएम मोदी ने चीन में आयोजित एससीओ समिट के दौरान आर्मेनिया के पीएम निकोल पाशिनयान से मुलाकात की थी। इससे पहले मार्च में आर्मानिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्जोयान ने भारत का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की थी।

वहीं अगस्त में आर्मेनिया के पीएम से मुलाकात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा था, "आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशिनयान के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। भारत और आर्मेनिया के बीच मधुर और गहरे संबंध हैं, जो दोस्ती और आपसी सहयोग पर आधारित हैं।"

Point of View

बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने में भी सहायक सिद्ध होगा। यह दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया अध्याय है।
NationPress
08/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत और आर्मेनिया के बीच स्वास्थ्य समझौते का क्या महत्व है?
यह स्वास्थ्य समझौता दोनों देशों के बीच चिकित्सा विज्ञान और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देगा।
11वें एफओसी में और कौन-कौन से मुद्दों पर चर्चा हुई?
द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
इस समझौते पर हस्ताक्षर किसने किए?
हस्ताक्षर भारतीय राजदूत नीलाक्षी साहा सिन्हा और आर्मेनियाई उप स्वास्थ्य मंत्री लीना नानुश्यान ने किए।