क्या दिल्ली प्रदूषण पर सख्त एक्शन लेगी सरकार? हम समर्थन के लिए तैयार: प्रियंका गांधी
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली के प्रदूषण पर सख्त एक्शन की आवश्यकता है।
- संसद सत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
- केंद्र और राज्य सरकारों को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
- राजनीति को किनारे रखकर संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है।
- बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य गंभीर खतरे में है।
नई दिल्ली, १ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन सोमवार को है। इस दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी ने संसद सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की आवश्यकता को जोर दिया। उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण को गंभीरता से लेने और उसके समाधान के लिए युद्धस्तर पर काम करने का आग्रह किया।
पत्रकारों से बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा, "संसद सत्र में एसआईआर, प्रदूषण जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। एसआईआर का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। यह लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। एसआईआर प्रक्रिया में क्या चल रहा है? चाहे चुनाव की स्थिति हो या एसआईआर, ये देश के लिए बहुत बड़े मुद्दे हैं। इन पर चर्चा करनी चाहिए, न कि कोई ड्रामा।"
दिल्ली के प्रदूषण पर कांग्रेस नेता ने कहा कि राजधानी की स्थिति शर्मनाक है। हमें राजनीति को किनारे रखकर एडमिनिस्ट्रेटिव, पॉलिटिकल, सिविल सोसाइटी और ज्यूडिशियल को एक साथ लाकर सख्त एक्शन लेना चाहिए। यहां २२ लाख बच्चों के फेफड़ों को परमानेंट डैमेज है। बुजुर्ग लोग अस्थमा और सांस की दूसरी समस्याओं से जूझ रहे हैं। हॉस्पिटल भरे हुए हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को तुरंत एक्शन लेना चाहिए। हम सरकार को सपोर्ट करने के लिए तैयार हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की मांग दोहराई। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "जिस तरह से इलेक्शन कमीशन के जरिए पूरी वोटर लिस्ट को एक खास नाम से बदला जा रहा है, उससे पूरे देश में परेशानी हो रही है। लोग सुसाइड कर रहे हैं और पूरा सिस्टम दबाव में है। अगर पार्लियामेंट इन मामलों पर चर्चा नहीं करेगी, तो कौन करेगा?"