क्या डिंडोरी में सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते की उपस्थिति में 30 गरीबों को मिली मकान की चाबी?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 30 गरीबों को घर की चाबी मिली।
- सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते ने कार्यक्रम में प्रमुखता से भाग लिया।
- सरकार का उद्देश्य सभी गरीबों को घर उपलब्ध कराना है।
- लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया।
- डिंडोरी नगर परिषद द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की गई।
डिंडोरी, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक सपना है कि देश के हर कमजोर, पिछड़े और गरीब वर्ग को अपना खुद का मकान मिले। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होना चाहिए, जिसके सिर पर छत न हो। इसी दिशा में डिंडोरी नगर परिषद द्वारा नगर में रहने वाले गरीब, असहाय और किराए के मकान में निवास कर रहे 30 लाभार्थियों का चयन कर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्रदान किया गया।
इस अवसर पर 15 व्यक्तियों को सांकेतिक रूप से मकान की चाबी मुख्य अतिथि सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते, विधायक शहपुरा ओमप्रकाश धुर्वे और डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम के समक्ष प्रदान की गई।
सभी लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री मोदी को दिल से धन्यवाद कहा। भाजपा सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते ने कहा कि बाकी अधूरे मकानों को जल्द ही मार्च तक पूरा किया जाएगा और हितग्राहियों को सौंपा जाएगा। आज लाभार्थी बेहद खुश हैं। सभी गरीबों को घर देना सरकार का प्रमुख लक्ष्य है।
इस मौके पर भाजपा सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते ने बताया कि आज 15 लोगों को गृह प्रवेश कराया गया है। हमारा लक्ष्य 50 लोगों को आवास प्रदान करना था, लेकिन कुछ काम अधूरे हैं। मार्च तक हम अधूरे आवासों को पूरा कर देंगे।
उन्होंने कहा कि जिनके पास न घर है न जमीन, उन्हें प्राथमिकता दी गई है। आज डिंडोरी में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ है। जल्द ही बाकी काम भी पूरे किए जाएंगे। कुछ कारणों से काम में देरी हुई है, लेकिन हम उस दिशा में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों को आवास दिया है, यह सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। सरकार का उद्देश्य है कि सभी गरीबों को घर दिया जाए।
नगर परिषद डिंडोरी के सीएमओ अमित तिवारी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति मकान से वंचित न रहे। इस सपने को पूरा करने के लिए 2015 में योजना शुरू की गई थी। पहले चरण में 805 आवास स्वीकृत हुए थे, जिनमें से 98 प्रतिशत पूरे हो चुके हैं। दूसरे चरण में हमें 150 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिन्हें शासन के पास भेजा जा चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना के एएसपी घटक में 348 आवास बनाना था, जिनमें से 98 आवास पहले ही दिए जा चुके हैं और आज सांसद द्वारा 30 आवास सौंपे गए हैं। आने वाले साल के शुरुआती महीनों में 30-40 आवास और दिए जाने की योजना है। हमारी कोशिश होगी कि जून से पहले सभी 348 आवास सौंप दिए जाएं।
आवास पाने वाली रंजीता धुर्वे ने कहा कि मैं बहुत परेशान थी। मेरे पास न तो जमीन है और न ही घर। मैं अपनी बेटी के साथ अकेली हूं। आज मुझे आवास मिला है और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि मैं 15-20 साल से किराए के मकान में रह रही थी। मुझे नहीं लगा था कि मुझे भी मकान मिलेगा।
कविता नेताम को भी मकान की चाबी मिल गई है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत दिनों से परेशान थी कि मेरा अपना घर हो। आज मैं बहुत खुश हूं कि मुझे अपना घर मिला और उसकी चाबी भी मिल गई। प्रधानमंत्री मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद कि उन्होंने मुझे आवास दिया। मैं बहुत उत्साहित हूं। मैं अपने ठाकुर जी के साथ गृह प्रवेश करूंगी। उनकी कृपा से मुझे मकान मिला। यह एक बेहतरीन योजना है और गरीबों को इसका लाभ मिलना चाहिए।
कांति बाई ने कहा कि मैं अपने जीवन यापन के लिए काम करती थी। घर को लेकर परेशान थी। आज मुझे घर मिला है। मुझे बहुत खुशी है। मुझे घर की चाबी मिल चुकी है, जल्द ही हम गृह प्रवेश करेंगे। बहुत कष्ट में जिंदगी चल रही थी, लेकिन अब थोड़ी खुशी है। सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
कलावती यादव का कहना है कि मैं मजदूरी करती हूं। लोगों के घरों में झाड़ू-पोछा करती हूं। 25 सालों से मकान नहीं था। आज मुझे मकान मिला है और मैं बहुत खुश हूं।