क्या डीएमके ने भाजपा पर वोट चोरी का आरोप लगाया है?

सारांश
Key Takeaways
- डीएमके ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- वोट चोरी के खिलाफ 'इंडिया' ब्लॉक एकजुट है।
- राहुल गांधी इस मुद्दे पर सक्रियता से काम कर रहे हैं।
- डीएमके ने चुनाव आयोग से कई मांगें रखी हैं।
- इस विवाद का लोकतंत्र पर बड़ा असर पड़ सकता है।
नई दिल्ली, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं डीएमके के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने भारतीय जनता पार्टी पर चुनावी धांधली का आरोप पुनः लगाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीएमके वोट चोरी के खिलाफ 'इंडिया' ब्लॉक के साथ मजबूती से खड़ी है।
स्टालिन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर साझा करते हुए लिखा, "भाजपा ने चुनाव आयोग को अपनी चुनावी धांधली की मशीन बना दिया है। बेंगलुरु के महादेवपुरा में जो घटनाएँ हुईं, वे केवल प्रशासनिक चूक नहीं हैं, बल्कि यह जनादेश चुराने की एक सुनियोजित साजिश है।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरे भाई और विपक्ष के नेता थिरु द्वारा प्रस्तुत वोट चोरी के प्रमाण दिखाए गए। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस धोखाधड़ी को उजागर किया है। आज, जब थिरु और राहुल गांधी संसद भवन से भारतीय निर्वाचन आयोग तक 'इंडिया' ब्लॉक के सांसदों के साथ मार्च कर रहे हैं, तो हम चुनाव आयोग से कुछ महत्वपूर्ण मांगें कर रहे हैं।"
स्टालिन ने अपनी मांगों को स्पष्ट करते हुए कहा, "हर राज्य के लिए सम्पूर्ण मशीन-पठनीय मतदाता सूची तत्क्षण उपलब्ध कराई जाए, राजनीतिक रूप से प्रेरित नाम हटाने पर रोक लगाई जाए और हमारे लोकतंत्र के इस विनाश की स्वतंत्र जांच की जाए।"
उन्होंने यह भी कहा, "डीएमके इस संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। हम भाजपा को भारत के लोकतंत्र को खुली आंखों से लूटते हुए नहीं देख सकते।"
ज्ञात हो कि, राहुल गांधी कई राज्यों के विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों में चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में करीब एक लाख फर्जी वोट बनाने का बड़ा आरोप लगाया। अब इस मुद्दे पर विपक्षी दल एकजुट होते दिख रहे हैं। चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ 'इंडिया' ब्लॉक सोमवार को फिर से शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में है। राहुल गांधी के नेतृत्व में 'इंडिया' ब्लॉक के नेता मार्च निकालकर चुनाव आयोग के कार्यालय तक जाएंगे।