क्या डोडा में आतंकवादियों के सहयोगियों के खिलाफ पुलिस ने अभियान चलाया?
सारांश
Key Takeaways
- डोडा पुलिस का अभियान आतंकवादियों के सहयोगियों के खिलाफ है।
- संदिग्ध गतिविधियों की जांच के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
- सुरक्षा बलों की संवेदनशीलता बढ़ रही है।
- आम जनता को सहयोग करने की अपील की गई है।
- जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई तेज हो रही है।
डोडा, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के डोडा में पुलिस द्वारा आत्मसमर्पण, रिहा और मारे गए आतंकवादियों के समर्थकों और सहयोगियों के खिलाफ एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान आतंकवादी समर्थन नेटवर्क को समाप्त करने और पुलिसिंग को सुदृढ़ करने के लिए जिलाव्यापी प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
एसएसपी डोडा संदीप मेहता-जेकेपीएस के नेतृत्व में कई स्थानों पर तलाशी ली गई, जहां पुलिस टीमों ने पहले से आतंकवादी गतिविधियों और निगरानी में रखे गए लोगों से जुड़े व्यक्तियों के इतिहास की गहन जांच की। केवाईसी मानदंडों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने और राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा संचार नेटवर्क के दुरुपयोग को रोकने के लिए, इन अभियानों में सिम कार्ड विक्रेताओं का विस्तृत सत्यापन भी शामिल था।
इस कार्रवाई के दौरान कई व्यक्तियों पर उनकी संदिग्ध गतिविधियों और आतंकवादी तत्वों का समर्थन करने में संभावित संलिप्तता के लिए कानून की निवारक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि जो सक्रिय या पूर्व आतंकवादियों को आश्रय, सहायता या रसद सहायता प्रदान करते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह अभियान जिले में शांति और सुरक्षा बनाए रखने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए डोडा पुलिस की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि कोई भी व्यक्ति या नेटवर्क किसी भी रूप में आतंकवादी तंत्र को पुनर्जीवित करने में सफल न हो।
डोडा पुलिस जनता से सहयोग करने और संदिग्ध गतिविधियों या व्यक्तियों से संबंधित किसी भी जानकारी को निकटतम पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से साझा करने की अपील करती है। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। इसी क्रम में बुधवार को कुलगाम और शोपियां जैसे इलाकों में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई का उद्देश्य पाकिस्तान से सक्रिय जम्मू-कश्मीर के मूल निवासियों (जेकेएनओपी) के रिश्तेदारों की संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाना, संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाना और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी करना है।
कुलगाम में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के खिलाफ एक्शन किया गया है। इस बड़ी कार्रवाई में कुलगाम पुलिस ने जिले भर में 200 से अधिक जेईआई ठिकानों पर छापे मारे। पुलिस ने घरों की तलाशी ली है।
वहीं, पुलिस ने शोपियां जिले में जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) समेत संदिग्ध राष्ट्र-विरोधी तत्वों को निशाना बनाकर व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है। पुलिस ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों पर अंकुश लगाना है।