क्या छत्तीसगढ़ के दुर्ग में ईडी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त छापेमारी में मोक्षित कॉर्पोरेशन के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई हुई?

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क्या छत्तीसगढ़ के दुर्ग में ईडी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त छापेमारी में मोक्षित कॉर्पोरेशन के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई हुई?

सारांश

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में प्रवर्तन निदेशालय और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने मिलकर मोक्षित कॉर्पोरेशन के ठिकानों पर छापेमारी की। क्या यह कार्रवाई किसी बड़े घोटाले से जुड़ी है? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • ईडी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त कार्रवाई से आर्थिक अपराधों के प्रति सख्ती का संकेत मिलता है।
  • मोक्षित कॉर्पोरेशन पर जांच शुरू होने से घोटाले का दायरा बढ़ सकता है।
  • छापेमारी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
  • 650 करोड़ के घोटाले की जांच जारी है।
  • स्थानीय स्तर पर प्रशासन की सजगता बढ़ी है।

दुर्ग, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की संयुक्त टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। इस कार्रवाई के तहत मोक्षित कॉर्पोरेशन के कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

ईडी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त कार्रवाई में दुर्ग स्थित तीन आवासीय परिसरों और कार्यालयों पर एक साथ छापेमारी की जा रही है, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

जानकारी के अनुसार, इस छापेमारी में दो दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल थे, जिनके साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान भी भारी संख्या में तैनात रहे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे परिसर को चारों ओर से घेर लिया गया और किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।

बताया जा रहा है कि यह छापेमारी छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) में हुए 650 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले से जुड़ी हुई है। इस घोटाले में पहले भी कई बार कार्रवाई हो चुकी है। लगभग छह महीने पहले ईओडब्ल्यू और एसीबी ने इस मामले में संयुक्त रेड डाली थी। अब मोक्षित कॉर्पोरेशन के नाम इस घोटाले से जुड़ने के बाद यह मामला प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर आ गया है।

सूत्रों के अनुसार, मोक्षित कॉर्पोरेशन की भूमिका इस घोटाले में संदिग्ध पाई गई है और इसीलिए जांच एजेंसियों ने गहन पड़ताल शुरू कर दी है। ईडी और ईओडब्ल्यू की ओर से इस संबंध में कोई बयान सामने नहीं आया है।

Point of View

बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी आर्थिक अपराधों के प्रति सजगता का संकेत है।
NationPress
31/07/2025

Frequently Asked Questions

यह छापेमारी कब हुई?
यह छापेमारी 30 जुलाई को दुर्ग जिले में हुई।
कौन-कौन सी एजेंसियां शामिल थीं?
इसमें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) शामिल थीं।
मोक्षित कॉर्पोरेशन का क्या संबंध है?
मोक्षित कॉर्पोरेशन का संबंध छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड में हुए 650 करोड़ के घोटाले से है।
छापेमारी में कितने अधिकारी शामिल थे?
इस छापेमारी में दो दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल थे।
क्या कोई बयान जारी किया गया है?
अभी तक ईडी और ईओडब्ल्यू की ओर से कोई बयान नहीं आया है।